UP CRIME: दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर मुरादाबाद जिले के मूंढापांडे क्षेत्र में एक फार्म हाउस पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब सऊदी अरब से लौट रहे छह लोगों को हथियारबंद बदमाशों ने अगवा कर लिया. बदमाशों को शक था कि ये लोग पेट में सोना छिपाकर ला रहे हैं. पुलिस की वर्दी में आए बदमाशों ने हाईवे पर चेकिंग के नाम पर गाड़ी रुकवाई और उन्हें जबरन फार्म हाउस ले गए. वहां इन लोगों के साथ मारपीट की गई और पेट चीरने की धमकी तक दे डाली.
मुखबिरी की आशंका, बदमाशों को पल-पल की थी जानकारी
घटना के पीछे किसी करीबी की मुखबिरी की आशंका जताई जा रही है. बदमाशों को यह जानकारी थी कि ये लोग कब दिल्ली से रवाना हुए और कब तक टोल प्लाजा तक पहुंचेंगे. इतना ही नहीं, फार्म हाउस में इन लोगों को खाने और दवाइयां भी दी गईं ताकि अगर पेट में सोना हो तो बाहर आ जाए. जब ऐसा नहीं हुआ तो बदमाशों ने पेट चीरने की धमकी दे डाली, जिससे सभी के होश उड़ गए.
जुल्फेकार की सूझबूझ से बची जान, दीवार कूदकर पहुंचा गांव
बंधकों में से एक, टांडा निवासी जुल्फेकार ने मौका पाकर फार्म हाउस से छलांग लगाई और दीवार कूदकर पास के गांव में पहुंच गया. उसने ग्रामीणों को सारी घटना बताई और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए फार्म हाउस की घेराबंदी कर ली.
पुलिस ने दो बदमाशों को मुठभेड़ में दबोचा, अन्य की तलाश जारी
एसओजी टीम और मूंढापांडे व कटघर थाना पुलिस ने फार्म हाउस को घेर लिया. मुठभेड़ में दो बदमाश काशीपुर निवासी राजा और रामपुर के दोराहा निवासी तौफिक—को पैर में गोली लगने के बाद गिरफ्तार किया गया. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बाकी बदमाशों की तलाश जारी है.
दिल्ली एयरपोर्ट से ही पीछे लग गए थे बदमाश
पीड़ितों ने बताया कि कार सवार बदमाश दिल्ली एयरपोर्ट से ही उनके पीछे लग गए थे. यह गाड़ियां कभी आगे तो कभी पीछे चलती रहीं. मुरादाबाद पहुंचने पर पुराना टोल टैक्स के पास उन्होंने ओवरटेक कर गाड़ी रुकवाई. खुद को पुलिस बताकर चेकिंग शुरू की और फिर बंदूक के बल पर बंधक बना लिया.
इंस्पेक्टर की टोपी और वर्दी से बनाई पुलिस जैसी छवि
बदमाशों की कारों में सामने की सीट पर इंस्पेक्टर की टोपी रखी थी, और एक व्यक्ति ने वर्दी पहन रखी थी, जिससे लोगों को भ्रम हुआ कि वे असली पुलिसकर्मी हैं. इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, उन्होंने हथियार निकाल लिए और कार सवार सभी छह लोगों को अगवा कर लिया.
मोबाइल फोन छीने, परिवार से संपर्क टूटा
अगवा किए गए सभी लोगों के मोबाइल फोन बदमाशों ने छीन लिए. इसके कारण वे अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पाए. शुरुआत में परिजन सफर के चलते मोबाइल बंद होने का कारण मानते रहे, लेकिन जब दो घंटे तक कोई खबर नहीं मिली तो सभी चिंतित हो उठे.
लोगों की पहचान और पारिवारिक पृष्ठभूमि
पीड़ितों में टांडा निवासी मो. नावेद, शाने आलम, मुतल्लवी, जाहिद और जुल्फेकार शामिल हैं, जो सऊदी अरब में काम करते हैं. इनमें कुछ लोग वहां गाड़ी चलाने का काम करते हैं. जाहिद की पत्नी और अन्य परिजनों ने बताया कि वे कई साल बाद लौट रहे थे. उन्हें नहीं पता कि बदमाशों को कैसे और किसने जानकारी दी कि उनके पास सोना है.
पूर्व में तस्करी में लिप्त रहे हैं टांडा के लोग
पुलिस के मुताबिक, टांडा क्षेत्र के कुछ लोग पहले भी सोना तस्करी के मामलों में पकड़े गए हैं. एक साल पहले इसी क्षेत्र से सीआरपीएफ के सिपाही समेत पांच लोगों को सोना तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. ऐसे में पुलिस को शक है कि यह मामला भी उसी नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है.
तीन कारें बरामद, बदमाशों का नेटवर्क खंगाल रही पुलिस
पुलिस ने घटनास्थल से तीन कारें बरामद की हैं. एसपी सिटी कुमार रण विजय सिंह ने बताया कि इस घटना में शामिल बदमाशों की संख्या चार से अधिक है और फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है. साथ ही पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं एयरपोर्ट से ही मुखबिरी तो नहीं हुई.
तस्करी की आड़ में अपहरण की बड़ी साजिश नाकाम
इस घटना ने सोने की तस्करी और एयरपोर्ट से लेकर ग्रामीण इलाकों तक सक्रिय गिरोहों की साजिशों को उजागर किया है. पुलिस की सतर्कता और एक पीड़ित की सूझबूझ ने बड़ी अनहोनी को टाल दिया. अब देखना यह है कि फरार बदमाश कब तक गिरफ्त में आते हैं और इस नेटवर्क की जड़ें कितनी गहरी हैं.