Lucknow: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य को ट्वीट के जरिए जान से मारने की धमकी का मामला सामने आया है. उन्होंने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार, यूपी के मुख्य सचिव, यूपी पुलिस, डीजीपी और लखनऊ पुलिस कमिश्नर से इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई करने की अपील की है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुधवार को ट्वीट के जरिए जानकारी दी कि इंटरनेशनल भगवा रक्षक फोर्स जय श्री राम नामक ट्विटर अकाउंट से 29 मई 2023, शाम 7:12 बजे अपने ट्विटर वाल पर लिखकर कि "एक महीने के अंदर तुझे निपटा देंगे" यह टैग करने के साथ मेरी तस्वीर पर गले के सामने तलवार लटकाते हुए फोटो ट्वीट की गयी है. यह सीधे हत्या करने को इंगित करती है. उन्होंने प्रकरण की गम्भीरता को संज्ञान में लेते हुए प्रभारी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने की अपील की.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मरना तो सभी को एक दिन है. मैं ना मौत से डरता हूं और ना ही ऐसे आतंकियों से डरता हूं. मैं न्याय की लड़ाई लड़ रहा हूं. आगे भी लड़ता रहूंगा. उन्होंने धमकी भरे ट्वीट पर अपनी मांग पर पीएम कार्यालय, गृह मंत्रालय गृह मंत्री कार्यालय को भी टैग किया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि इसके पीछे उनका मकसद ऐसे आतंकियों को पुलिस की नजरों में लाना है.
स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस को लेकर अपने बयान के कारण काफी सुर्खियों में रहे थे. योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री रह चुके स्वामी प्रसाद मौर्य विधानसभा चुनाव 2022 से पहले पार्टी छोड़कर सपा में शामिल हो गए थे. इसके बाद से ही वह भाजपा पर हमलावर बने हुए हैं.
हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने का क्रिमिनल केस रद्द किया है. ये केस 2014 में दर्ज कराया गया था. स्वामी प्रसाद मौर्य ने 2014 में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव के पद पर रहने के दौरान लखनऊ में हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी. इसके बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया.