लखनऊ. प्रयागराज के बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड में दोषी पूर्व सांसद अतीक अहमद की सुरक्षा के मामले में दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. अतीक अहमद की ओर से की गई मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई एक सप्ताह के लिए टाल दी है. जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की बेंच ने मामले की सुनवाई की. अतीक अहमद ने जान का खतरा बताते हुए उनको गुजरात की अहमदाबाद जेल से उत्तर प्रदेश ट्रांसफर नहीं किए जाने की मांग की है.
अतीक अहमद के वकील ने की सुनवाई टालने की मांग
सुप्रीम कोर्ट में अतीक अहमद के तरफ से पैरवी कर रहे वकील हनीफ खान ने कोर्ट से कहा कि हमने अतिरिक्त दस्तावेज दाखिल किए हैं, कृपया उन पर गौर करें. वकील ने सुनवाई को टालने की मांग की. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई एक हफ्ते के लिए टाल दी. अतीक के वकील ने कहा कि कुछ एडिशनल डॉक्यूमेंट फाइल करने हैं.
अतीक अहमद के परिवार को है एनकाउंटर का डर
आपको बता दें कि बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के छोटे भाई और पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा ने दो दिन पहले यूपी पुलिस और एसटीएफ पर गंभीर आरोप लगाए थे. जैनब ने कहा था कि बरेली जेल में बंद मेरे पति अशरफ के साथ जेल ट्रांसफर के बहाने यूपी पुलिस और एसटीएफ किसी बड़े घटना को अंजाम देने की तैयारी में हैं. उसने आगे कहा था कि उमेश पाल हत्याकांड में मेरे पति को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है.
परिजनों का आरोप- उमेश पाल हत्याकांड में फंसाया गया
बातचीत के दौरान, उमेश पाल हत्याकांड में नामजद आरोपी अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा ने अपने भाई सद्दाम और भतीजे अहद का भी बचाव किया था. जैनब ने कहा था, मेरी मां की तबीयत कई महीनों से खराब है. सद्दाम ने काफी समय से मां को अस्पताल में भर्ती किया था और उन्हीं की देखभाल में ही लगा था. सद्दाम पिछले 4-5 महीने से बरेली भी अशरफ से मुलाकात करने नहीं गया है. जैनब फातिमा ने आरोप लगाया था कि उसका भाई बरेली में जरूर रहता था और अशरफ की देखभाल करता था लेकिन उसका उमेश पाल हत्याकांड से उसका कोई संबंध नहीं है.