नयी दिल्ली/लखनऊ : बसपा प्रमुख मायावती ने कहा है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा की गलत नीतियों से बेहद दुखी होने के कारण जनता ने कांग्रेस को ‘दिल पर पत्थर रखकर, न चाहते हुए भी’ समर्थन दिया है.
मायावती ने बुधवार को बयान जारी कर मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस को सरकार के गठन में समर्थन देने की घोषणा करते हुए कहा, हमारी पार्टी ने यह चुनाव भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए लड़ा था, लेकिन ख की बात यह है कि हमारी पार्टी अपने इस मकसद में कामयाब नहीं हो सकी. उन्होंने कहा, मुझे मालूम हुआ है कि मध्य प्रदेश में अभी भी भाजपा सत्ता में आने के लिए जोड़-तोड़ में लगी है. इसे रोकने के लिए हमारी पार्टी ने कांग्रेस की सोच और नीतियों से सहमत ना हुए भी, मध्य प्रदेश में कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का फैसला किया है. जिससे भाजपा अपने मकसद में कामयाब ना हो सके.
मायावती ने कहा कि यदि इस मामले में राजस्थान में भी कांग्रेस को बसपा के समर्थन जरूरत महसूस हुई, तो वहां भी भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस को समर्थन दिया जा सकता है. उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में भाजपा तथा कांग्रेस में से किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. बसपा को मध्य प्रदेश में दो और राजस्थान में छह सीटें मिली है. वहीं, मध्य प्रदेश में सामान्य बहुमत के जादुई आंकड़े से महज दो सीट पीछे रही कांग्रेस को 114 और भाजपा को 109 सीट मिली हैं, जबकि राजस्थान में कांग्रेस ने 99 और भाजपा ने 73 सीटें जीती हैं.
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बसपा को चुनाव में उम्मीद के मुताबिक कामयाबी नहीं मिलने का जिक्र करते हुए कहा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, और राजस्थान में जनता केंद्र एवं इन राज्यों में भाजपा सरकारों की गलत नीतियों से इतना ज्यादा दुखी हो गयी थी कि किसी भी कीमत पर भाजपा को फिर से सत्ता में वापस आते नहीं देखना चाहती थी. उन्होंने कहा, इसके मद्देनजर लोगों ने अपने दिल पर पत्थर रखकर, नहीं चाहते हुए भी, इन राज्यों में काफी सालों तक सत्ता में रही कांग्रेस को ही मजबूत विकल्प मानकर वोट दिया.
मायावती ने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में भी जनता की इस मजबूरी का लाभ उठाने की कोशिश करेगी. इसके मद्देनजर मायावती ने कांग्रेस और भाजपा की सरकारों में दलित, अल्पसंख्यकों, मजदूर और किसानों का शोषण बंद नहीं होने का हवाला देते हुए बसपा कार्यकर्ताओं से अगले साल लोकसभा चुनाव के लिए अभी से जुटने का आह्वान किया. इस बीच सपा ने भी मध्यप्रदेश में कांग्रेस को सरकार बनाने में समर्थन देने की घोषणा की है. सपा को राज्य में एक सीट मिली है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस का समर्थन करती है.