लखनऊः उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की आेर से मंगलवार को पेश किये गये पहले बजट में रामलला का विशेष ख्याल रखा गया है. पेश बजट में सरकार ने अयोध्या, मथुरा आैर काशी जैसे धार्मिक स्थलों के लिए विशेष प्रावधान किया गया है. मंगलवार को उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने बजट विधानसभा में पेश बजट पेश किया. बजट पेश होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि ‘स्वदेश दर्शन योजना ‘ के तहत अयोध्या, वाराणसी एवं मथुरा में रामायण सर्किट, बौद्ध सर्किट एवं कृष्ण सर्किट की योजनाओं के लिए 1,240 करोड़ की व्यवस्था की गयी है.
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उन्होंने बताया कि ‘प्रसाद योजना ‘ के तहत अयोध्या, वाराणसी एवं मथुरा शहरों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए 800 करोड़ रुपये का प्रावधान है. योगी ने कहा कि वाराणसी में सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना के लिए सरकार की आेर से 200 करोड़ की व्यवस्था की गयी है, जबकि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हेलीकाॅप्टर सेवा के संचालन के लिए 25 करोड़ रखे गये हैं.
उन्होंने बताया कि गोरखपुर स्थित रामगढ़ ताल में वाटर स्पोर्ट्स के विकास के लिए 25 करोड़ तथा विंध्याचल के पर्यटन विकास के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बजट में किया गया है. योगी ने बताया कि मथुरा में नगला-चंद्रभान के ग्रामीण पर्यटन विकास के लिए 5 करोड़ रुपये तथा रामायण कांक्लेव के आयोजन के लिए 3 करोड़ रुपये की व्यवस्था है.
मुख्यमंत्री ने बजट की मुख्य बातों का उल्लेख करते हुए कहा कि गाजियाबाद में कैलाश मानसरोवर भवन के निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपये का इंतजाम किया गया है, जबकि इलाहाबाद के अर्द्धकुंभ मेले की तैयारी के लिए सरकार की आेर से करीब 500 करोड़ की व्यवस्था की गयी है.