गोरखपुर. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने गोरखपुर दौरे के दूसरे दिन जनता दरबार लगाया. मुख्यमंत्री ने जनता दरबार करीब एक महीने बाद लगाया था. जनता दरबार में लगभग 100 लोगों के आसपास फरियादी अपनी समस्याएं लेकर जनता दरबार में पहुंचे थे. जनता दरबार गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित दिग्विजय नाथ सभागार के सामने लगाया गया था. मुख्यमंत्री ने एक एक कर फरियादियों के पास पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनीं और अपने अधीनस्थ अधिकारियों को उनके मामले को जल्द से जल्द निस्तारण करने का आदेश दिए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब भी गोरखपुर दौरे पर आते हैं तो सुबह जनता दरबार जरूर लगाते हैं. मुख्यमंत्री ने जनता दरबार में लोगों से कहा कि आप लोग चिंता मत करिए और ना ही घबराइए हर शिकायत पर कार्रवाई करेंगे. आपकी हर समस्या को हम समाधान करेंगे.
सीएम योगी ने सुनी लोगों की समस्याएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनता दरबार में अधिकतर मामले जमीन कब्जाने, दहेज , उत्पीड़न पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने से संबंधित अधिक आते हैं. आज जनता दरबार में आर्थिक मदद की गुहार लेकर कुछ लोग पहुंचे थे. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन लोगों को आश्वस्त किया कि इलाज में उनके धन की कमी बाधा नहीं बनेगी और अधिकारियों को निर्देशित किया कि अस्पताल के एस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द पूरी करें और शासन में भेजें. मुख्यमंत्री के जनता दरबार में एक महिला ज्यादा बिजली के बिल में छूट देने की गुहार लगाने पहुंची थी. मुख्यमंत्री ने उसे भरोसा दिया कि जितना भी संभव होगा छूट दिलाया जाएगा.
सीएम योगी ने अग्नि पीड़ितों को दी आर्थिक मदद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अग्नि पीड़ितों से मुलाकात की. कुछ दिन पहले शॉर्ट सर्किट से गोरखपुर के टाउनहॉल में कुर्सी मार्केट में आग लग गई थी. जिससे लाखों का नुकसान हुआ था. वहीं गोरखनाथ क्षेत्र के 10 नंबर बोरिंग पर पेंट और इलेक्ट्रिक की दुकानों में आग लगने की घटना हुई थी. मुख्यमंत्री ने आज पीड़ितों से मुलाकात कर मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता उन्हें प्रदान की है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के टाउनहॉल स्थित कुर्सी मार्केट में आग लगने की घटना में पीड़ित शोभा देवी, आदित्य विक्रम सिंह, गिरजा देवी, सोनिया गुप्ता को दो-दो लाख रुपए 10 नंबर बोरिंग कि अग्निकांड में पवन कुमार जायसवाल और अवधेश जायसवाल को आज 5 –5 लाख रुपए का चेक प्रदान किया है.
रिपोर्ट- कुमार प्रदीप,गोरखपुर