DELHI NEWS : देश की राजधानी दिल्ली में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए हैं. एक मां की लाश चार दिन तक घर में सोफे पर सड़ती रही, लेकिन उसी घर में रहने वाली बेटी ने किसी को कुछ नहीं बताया. मृतका का बेटा लंदन में रहता है और आज भारत पहुंचने वाला है. पुलिस इस घटना की जांच में जुटी है, वहीं पड़ोसियों के अनुसार मामला बेहद रहस्यमय और असामान्य है.
क्या है पूरा प्रकरण?
यह घटना दिल्ली के एक पॉश इलाके की है, जहां 70 वर्षीय महिला अपनी बेटी के साथ रहती थीं. चार दिन पहले महिला की तबीयत बिगड़ने की शिकायत हुई थी. बेटी ने पड़ोसियों को बताया कि मां व्रत पर हैं और उन्हें बेचैनी हो रही है. इसके बाद किसी ने उन्हें नहीं देखा. पड़ोसियों को महिला की अनुपस्थिति पर तब शक हुआ जब घर से तेज बदबू आने लगी. दरवाजा खटखटाने पर जब किसी ने नहीं खोला, तो पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने जब घर में प्रवेश किया, तो देखा कि महिला की लाश सोफे पर पड़ी है और सड़ चुकी है. पूरे घर में बदबू फैली हुई थी.
बेटी का यह व्यवहार आखिर सबको हैरानी में डाल दिया
मृतका की बेटी की चुप्पी और उसका व्यवहार पुलिस को हैरान कर रहा है. शुरुआती पूछताछ में बेटी ने कहा कि उसे लगा मां सो रही हैं, और उसने किसी को कुछ बताना जरूरी नहीं समझा. बेटी मानसिक रूप से परेशान है या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है. पुलिस का कहना है कि फिलहाल हत्या की कोई आशंका नहीं है, लेकिन लापरवाही, मानसिक असंतुलन या किसी और कारण से मौत की अनदेखी हुई, इसकी जांच गहराई से की जा रही है.
बेटे को नहीं मिली थी कोई सूचना
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मृतका के लंदन में रहने वाले बेटे को भी इन चार दिनों में इस बारे में कोई सूचना नहीं दी गई. उसे जब किसी और माध्यम से जानकारी मिली, तब उसने भारत लौटने का निर्णय लिया. वह आज दिल्ली पहुंचने वाला है.
पड़ोसियों ने बताया
पड़ोसियों का कहना है कि मां-बेटी बहुत कम बाहर निकलते थे और परिवार ज्यादा घुलता-मिलता नहीं था. बेटी का व्यवहार पिछले कुछ महीनों से अजीब था, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि स्थिति इतनी गंभीर हो सकती है.
पोस्टमार्टम और फोरेंसिक जांच जारी
महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस ने घर को सील कर फॉरेंसिक टीम से जांच शुरू कर दी है. हर कमरे की गहनता से तलाशी ली जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महिला की मौत स्वाभाविक थी या इसके पीछे कोई साजिश या लापरवाही थी.
यह मामला सिर्फ एक मौत नहीं, बल्कि परिवार, समाज और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कई बड़े सवाल खड़े करता है. क्या बेटी मानसिक रूप से अस्वस्थ थी? क्या परिवार में संबंधों में खटास थी? या फिर कोई ऐसा रहस्य है जो अभी सामने आना बाकी है?