Rourkela News : आज के बच्चे कल के नागरिक हैं. इन बच्चों की बचपन में सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें बढ़ने के लिए बेहतर माहौल प्रदान करने के लिए राउरकेला स्मार्ट सिटी लिमिटेड और राउरकेला नगर निगम ‘नरचरिंग नेबरहुड्स’ अभियान के तहत विभिन्न विकास कार्य कर रहे हैं. इस प्रक्रिया को गति देने और इसे बढ़ाने के लिए मंगलवार को ‘नरचरिंग नेबरहुड्स चैलेंज 2.0’ के तहत अपनी संबद्ध एजेंसियों के साथ एक बहु-क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया. भारत सरकार के आवास और शहरी विकास मंत्रालय द्वारा वैन लीयर फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित ‘नरचरिंग नेबरहुड्स चैलेंज’ अभियान में राउरकेला को देश के शीर्ष 10 शहरों में स्थान दिया गया है. इस सफलता के बाद, राउरकेला स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर के वातावरण को बच्चों के अनुकूल बनाने के लिए वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (डब्ल्यूआरआइ), भारत की तकनीकी सहायता से विकास परियोजनाएं शुरू की हैं. सम्मेलन में आने वाले दिनों में बच्चों के अनुकूल वातावरण (0-5 वर्ष) बनाने के लिए प्रमुख हितधारकों की उपस्थिति में एक उपयुक्त रणनीति और रोडमैप तैयार करने की आवश्यकता पर चर्चा की गयी. सम्मेलन में विकास कार्यों में तेजी लाने और राउरकेला को बच्चों के लिए सबसे अच्छा शहर बनाने की आवश्यकता पर चर्चा की गयी. राउरकेला स्मार्ट सिटी लिमिटेड और राउरकेला महानगर निगम ‘पोषण पड़ोस’ अभियान के तहत राउरकेला के वातावरण को बच्चों के अनुकूल बनाने के लिए विभिन्न विभागों की मदद से विकास परियोजनाएं चला रहे हैं. आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के निवास वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और वहां के वातावरण को बच्चों के अनुकूल बनाया जा रहा है. बच्चों के खेल के लिए एक अच्छा बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है. साथ ही पार्कों में भी विकास कार्य चल रहे हैं. शहर में आंगनबाड़ी केंद्र परिसर को बच्चों के अनुकूल बनाने और छोटे बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा को सुखद बनाने के लिए बाला मॉडल (शिक्षण सहायता के रूप में भवन) में नये आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण किया जा रहा है. आंगनबाड़ी घरों में अच्छे आवास, स्वच्छ पेयजल, ममता गृह, शौचालय तथा दीवारों पर विभिन्न प्रकार की आकर्षक पेंटिंग बनायी जा रही हैं. परिणामस्वरूप बच्चों की उपस्थिति दर में वृद्धि हुई है. बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि उनके अभिभावकों के लिए भी पार्क तथा खुले स्थान विकसित किए गये हैं तथा वहां मोबाइल लाइब्रेरी, सामुदायिक केंद्र तथा ओपन जिम स्थापित किए गये हैं. इसके अलावा गर्भवती माताओं के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष स्तनपान कक्ष की व्यवस्था की जा रही है. कार्यक्रम में उपस्थित राउरकेला महानगर निगम के आयुक्त और राउरकेला स्मार्ट सिटी लिमिटेड के कार्यकारी अधिकारी आशुतोष कुलकर्णी ने कहा कि हमने राउरकेला शहर के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों में सार्वजनिक स्थानों को बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए बच्चों के अनुकूल और सुलभ बनाने में सफलता प्राप्त की है. इसके अलावा हमारा लक्ष्य आने वाले दिनों में ऐसे और क्लस्टर बनाने का है जो बच्चों और उनके अभिभावकों, खासकर महिलाओं के लिए बहुत सुविधाजनक होंगे. राउरकेला शहर में बड़ी संख्या में प्रवासी आबादी की मौजूदगी को ध्यान में रखते हुए, हमारा लक्ष्य उनके परिवारों के लिए बेहतर माहौल बनाना है. ये क्लस्टर समुदायों को बेहतर बनाने और साझा जिम्मेदारी की संस्कृति बनाने में मदद करेंगे. इस अभियान से जुड़े भागीदारों के सहयोग से हम विभिन्न समस्याओं का समाधान कर सकते हैं और राउरकेला को बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए बच्चों के अनुकूल माहौल बना सकते हैं. इस अवसर पर राउरकेला महानगर निगम के उपायुक्त विश्वरंजन मल्लिक, कार्यपालक अभियंता विपिन बिहारी मोहंती, वान लीयर फाउंडेशन के ईसीडी विशेषज्ञ अश्विनी गोडसे, वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट इंडिया के सस्टेनेबल सिटीज एंड ट्रांसपोर्ट की वरिष्ठ कार्यक्रम सहयोगी अरुणिमा सेन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, आरएमसी और राउरकेला स्मार्ट सिटी के पदाधिकारी और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे.
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