राउरकेला. राउरकेला सरकारी अस्पताल में पिछले दिनों भ्रष्टाचार की जांच के लिए पहुंची राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की तीन सदस्यीय टीम की ओर से जांच रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद अब एनएचएम की ओर से अस्पताल के मैनेजर मोहित श्रीवास्तव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. तीन दिनों के अंदर उनसे जवाब देने को कहा गया है. जवाब नहीं मिलने की स्थिति में कार्रवाई के बारे में भी स्पष्ट चेतावनी दी गयी है. गौरतलब है कि आरजीएच में लॉन्ड्री, फ्रीजर, सुरक्षा और स्वच्छता सुविधाओं आदि में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद इसकी विस्तृत जांच करायी गयी थी. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की तीन सदस्यीय टीम ने जांच कर विस्तृत रिपोर्ट प्रबंध निदेशक डॉ वृंदा डी को सौंप दिया है. रिपोर्ट की जांच के बाद एनएचएम निदेशालय ने आरजीएच के अस्पताल प्रबंधक मोहित श्रीवास्तव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. पत्र में कहा गया है कि अगले तीन दिनों के अंदर जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.
शवगृह के लिए फ्रीजर की खरीद में नियमों का नहीं हुआ पालन
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रिपोर्ट में बेडशीट की सफाई का काम करने वाली मेसर्स मेडएड एंसिलरी सर्विसेज की कार्य अवधि एक साल बढ़ा दी गयी थी, जो जांचकर्ताओं को संदेहास्पद लगी है. आरजीएच के शवगृह के लिए नये फ्रीजर की खरीदारी में प्रभारी निदेशक के निर्देशों का पालन नहीं किये जाने का पता चला है. केटीपीएल के बायो मेडिकल इंजीनियर अजय कुमार शुक्ला को अस्पताल प्रबंधक श्रीवास्तव ने फ्रीजर देने के लिए जोर दिया था. साथ ही नये फ्रीजर स्टॉक की प्रविष्टि अनाधिकृत रूप से किये जाने के साक्ष्य मिले हैं. एनएचएम रजिस्ट्रार जिसके पास आरजीएच के केंद्रीय स्टोर में स्थानांतरण का अलग से नियम है, उसका मोहित श्रीवास्तव ने कथित रूप से पालन नहीं किया. दो पुराने फ्रीजर आरजीएच सेंट्रल स्टोर को नहीं सौंपे गये. जांच टीम को श्रीवास्तव से पूछताछ में पता चला है कि मुंबई के रामदेव एंटरप्राइजेज को दो पुराने और अक्षम पड़े फ्रीजर दिये गये.
लापरवाही, अनियमितता और सरकारी नियमों के उल्लंघन का आरोप
आरजीएच के सुरक्षा पर्यवेक्षक मो फरहान ने कहा है कि दो पुराने फ्रीजर एक पिकअप पर लादे गये थे और उन्होंने वहां दो लोगों से इस बारे में पूछा तो बताया गया कि मरम्मत के लिए राउरकेला से बाहर भेजा जा रहा है. इसी तरह ओम सरला सिक्योरिटी सर्विसेज, हाउसकीपिंग फर्म परितोष एजेंसी और मेसर्स मेडीएड एंसिलरी सर्विसेज ने आरजीएच के किसी भी नियम का पालन नहीं किया. पत्र में उल्लेख किया गया है कि लापरवाही, अनियमितता और सरकारी नियमों के उल्लंघन के लिए अस्पताल प्रबंधक मोहित श्रीवास्तव के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए, इस बारे में एनएचएम की प्रबंध निदेशक डॉ बृंदा डी का कहना है कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. जवाब आने के बाद कार्रवाई होगी.
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