MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. विधानसभा चुनाव से पहले दल बदल का खेल प्रदेश में जारी है. बीजेपी ने आम आदमी पार्टी यानी 'आप' को जोरदार झटका दिया है. 'आप' के 10 पदाधिकारियों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने सभी को पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस संबंध में बीजेपी की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जानकारी दी. पार्टी ने एक्स पर लिखा कि बीजेपी प्रदेश कार्यालय, भोपाल में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा एवं केन्द्रीय राज्य मंत्री केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल की उपस्थिति में आम आदमी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सरकार की जनहितैषी योजनाओं एवं संगठन की रीति-निति से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी उपस्थित रहे.
आपको बता दें कि दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने और गुजरात में पांच सीट जीतने वाली आम आदमी पार्टी (आप) के हौसले बुलंद हो चले हैं. पार्टी अब मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी अपने उम्मीदवार उतारने का प्लान बना रही है. मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाली ‘आप’ पिछले साल जुलाई-अगस्त में स्थानीय निकाय चुनावों में अपने प्रदर्शन से उत्साहित है. अरविंद केजरीवाल सूबे में रैली को संबोधित कर चुके हैं और यहां की जनता से कई वादे कर चुके हैं.
सुबह में थे केजरीवाल के साथ, शाम को बीजेपी ने दे दिया टिकट
उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. इस सूची के जारी होने के बाद भी बीजेपी ने केजरीवाल की पार्टी आप को झटका दिया था. दरअसल, इस लिस्ट में बालाघाट ज़िले की लांजी से राजकुमार कर्राहे का नाम था. इस नाम चर्चा इसलिए हुई क्योंकि बीजेपी का टिकट मिलने से कुछ घंटे पहले तक वह आप के नेता के तौर पर पहचाने जाते थे. बीजेपी उम्मीदवारों की सूची में बालाघाट ज़िले की लांजी से राजकुमार कर्राहे का नाम देखकर सभी चौंक पड़े, ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी उम्मीदवार बनाए जाने से चार घंटे पहले तक राजकुमार अरविंद केजरीवाल की पार्टी यानी आम आदमी पार्टी के सदस्य थे. यहां तक कि इलाके में उनके पोस्टर भी आम आदमी पार्टी वाले ही लगे हुए थे. इस पोस्टर में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी तस्वीर नजर आ रही है.
2018 के विधानसभा चुनाव का परिणाम
गौर हो कि मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था. कांग्रेस ने 114 सीटें हासिल की और सपा, बसपा और स्वतंत्र विधायकों के समर्थन से कमलनाथ के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाई. हालांकि, मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में उनके समर्थक विधायकों के कांग्रेस से विद्रोह के कारण कमलनाथ सरकार गिर गई.