जहां एक ओर एनसीपी नेता शरद पवार के एनडीए में शामिल होने के कयास लगाये जा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर NCP प्रमुख लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हैं. रविवार को उन्होंने पुणे में अपना हमला जारी रखा और कहा कि हाल ही में हमारे कुछ लोग महाराष्ट्र सरकार में शामिल हुए हैं. वे कह रहे हैं कि वे विकास के मुद्दे पर गये थे लेकिन इसका कोई खास मतलब नहीं था. उनमें से कुछ ED जांच के घेरे में थे, उनमें से कुछ लोग जांच का सामना नहीं करना चाहते थे लेकिन कुछ लोग जो अनिल देशमुख जैसे थे उन्होंने जेल जाना स्वीकार कर लिया.
शरद पवार ने कहा कि अनिल देशमुख ने जेल जाना स्वीकार किया और 14 महीने बिताए जहां उन्हें जांच से बचने के लिए उस पक्ष (बीजेपी) में शामिल होने की भी पेशकश की गयी, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है. वह कानून का सामना करेंगे और अपनी विचारधारा नहीं छोड़ेंगे. हमारे कुछ सदस्य एजेंसियों की जांच के दबाव में बीजेपी में शामिल हुए.
आपको बता दें कि एनसीपी नेता अजित पवार ने पिछले महीने महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे नीत बीजेपी सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. उनके साथ एनसीपी के आठ अन्य विधायकों ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. शरद पवार की पार्टी राज्य में शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के साथ विपक्षी महा विकास आघाड़ी का घटक दल है.
शरद पवार भाजपा के पाले में जाने की ‘गलती’ नहीं करेंगे
इधर, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार अपने भतीजे अजित पवार की तरह बीजेपी से हाथ मिलाने की ‘‘गलती’’ नहीं करेंगे. राउत ने शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र ‘सामना’ में अपने साप्ताहिक स्तंभ ‘रोखठोक’ में उक्त बातें लिखी.

उन्होंने लिखा कि यदि अजित पवार अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाएं और चुनाव लड़ें तो वह सच में बड़े नेता बन सकते हैं. अगर अजित पवार बीजेपी की मदद से वैसा ही करते हैं जैसा कि एकनाथ शिंदे ने किया तो उनकी राजनीति रेत के महल की तरह ढह जाएगी. शिवसेना (यूबीटी) नेता ने आरोप लगाया कि अजित पवार ने अपने चाचा के दम पर राजनीति में मुकाम हासिल किया और अब वह उनका (चाचा) ही राजनीतिक करियर खत्म करने का काम कर रहे हैं.
बीजेपी पर विपक्ष शासित राज्यों की निर्वाचित सरकारों को अस्थिर करने का आरोप
इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बीजेपी पर विपक्ष शासित राज्यों की निर्वाचित सरकारों को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों कहा कि मौजूदा शासकों की नीति जाति, धर्म और भाषा के आधार पर समाज की खाई को चौड़ा करना है. पवार ने महाराष्ट्र के बीड कस्बे में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए उक्त बातें कही. पवार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह एक ओर स्थिर सरकार देने की बात करती है, लेकिन राज्यों में विधिवत निर्वाचित सरकारों को गिरा देती है. आप स्थिर सरकार देने की बात करते हैं लेकिन राज्यों में विधिवत निर्वाचित सरकारों को गिरा देते हैं.