चक्रधरपुर. सरकारी स्कूलों में इस वर्ष मात्र 12 दिनों का गीष्मावाकाश होगा. झारखंड के शिक्षा विभाग के इतिहास में यह सबसे कम मिलने वाला अवकाश है. इससे शिक्षकों और विद्यार्थियों में भारी असंतोष है. राज्य भर में पड़ रही प्रचंड गर्मी और लू की स्थिति को देखते हुए उम्मीद की जा रही थी कि इस बार छुट्टियों की अवधि बढ़ायी जाएगी, लेकिन सरकार के इस निर्णय ने सबको चौंका दिया है. शिक्षक संघों ने सरकार से इस निर्णय पर पुनर्विचार करने की मांग की है. सरकारी स्कूलों में अवकाश की यह कटौती शिक्षा की गुणवत्ता से अधिक विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर असर डाल सकती है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड सरकार द्वारा जारी एकीकृत वार्षिक अवकाश तालिका में 22 मई से 4 जून तक अवकाश घोषित है. 25 मई व 1 जून को रविवारीय साप्ताहिक अवकाश है. मात्र 12 दिनों की गर्मी छुट्टी हरकिसी को हैरत में डाल रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि गर्मियों में कम अवकाश देना बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है.
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