चक्रधरपुर. रेल मंडल ने भू- जलस्तर पर निगरानी, जल संरक्षण व मशीनों की सुरक्षा के लिए विभिन्न तरीका अपनाना शुरू कर दिया है. जलापूर्ति मशीन को बचाने के लिए सभी डीप बोरिंग में सेफ्टी डिवाइस लगाने का काम शुरू किया गया है. ताकि डीप बोरिंग मशीन के जलने या खराब होने पर लाखों रुपये का नुकसान से बचाया जा सके. चक्रधरपुर रेलवे इलाके में 7 डीप बोरिंग है, जिसमें सेफ्टी डिवाइस लगाए गए हैं. यह डिवाइस भू-जलस्तर घटने या पानी सूखने की स्थिति में सिंगल फेज बिजली, ओवरलोड या लो वोल्टेज में ट्रिप कर मशीन की रक्षा करेगी. रेलवे क्षेत्र में दिनोंदिन भू-जलस्तर घट रहा है. यहां है डीप बोरिंग, जहां से हो रही है जलापूर्ति पी ब्लॉक, बादाम चौक, आरइ कॉलोनी, आरपीएफ बैरक, महिला समिति, लोको राम मंदिर, रेलवे अस्पताल में डीप बोरिंग हैं. इन डीप बोरिंग में डिवाइस लगाए गए हैं. चक्रधरपुर रेलवे क्षेत्र में 7 जगहों पर डीप बोरिंग है, जो सक्रिय हैं. यहां से सैकड़ों रेलकर्मियों के घरों में जलापूर्ति हो रही है. रेलवे क्षेत्र में दिनोंदिन भू-जलस्तर घट रहा है. इससे डीप बोरिंग फेल होने का खतरा बढ़ गया है. अयोग्य व खाली र्क्वाटरों का पानी कनेक्शन काटने में जुटा रेलवे डीआरएम के आदेश पर संबंधित विभाग ने पानी की बचत करना शुरू कर दिया है. रेलवे कॉलोनियों के अयोग्य र्क्वाटरों व खाली र्क्वाटरों से पानी कनेक्शन काटा जा रहा है. मालूम रहे कि रेलवे के कई अयोग्य र्क्वाटरों व वर्षों से खाली पड़े र्क्वाटरों में पानी पाइप से बह कर बर्बाद हो रहा था. जबकि जिस र्क्वाटरों में पानी की जरूरत है, वहां पर पानी कम मिल रहा था. जिसे देखते हुए रेलवे ने यह कदम उठाया है.
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