बदहाली. सारंडा में आठ माह से बंद है मोबाइल मेडिकल सेवा
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ठेकेदार का पेमेंट रुका, शो-कॉज
बदहाली. सारंडा में आठ माह से बंद है मोबाइल मेडिकल सेवा चाईबासा : मनोहरपुर, नोवामुंडी तथा सारंडा के सुदूर गांवों में घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने तथा इलाज करने के उद्देश्य से मोबाइल मेडिकल वैन का संचालन सरकार की ओर से किया जा रहा था. स्टेप-अप किरीबुरू की ओर से इस मोबाइल […]
चाईबासा : मनोहरपुर, नोवामुंडी तथा सारंडा के सुदूर गांवों में घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने तथा इलाज करने के उद्देश्य से मोबाइल मेडिकल वैन का संचालन सरकार की ओर से किया जा रहा था.
स्टेप-अप किरीबुरू की ओर से इस मोबाइल मेडिकल वैन का संचालन किया जा रहा है. सारंडा में विभिन्न स्थानों में कैंप कर इस मोबाइल यूनिट को गरीबों का इलाज करना था. कैंप वाले स्थानों में मोबाइल मेडिकल वैन अपना कार्य कर रहा है कि नहीं, इसकी डीसी ने जांच करायी थी. जांच में कैंप वाले स्थान पर मोबाइल मेडिकल वैन नहीं पाया गया था. डीसी ने मोबाइल मेडिकल वैन को शो कॉज कर कार्रवाई की है. मोबाइल वैन को डीसी ने सरेंडर करने का निर्देश दिया है. वैन कहां-कहां चला है,
उस एरिया के मुखिया, मुंडा से इसकी पुष्टि कराने का आदेश डीसी ने दिया है. मुंडा, मुखिया स्थानीय लोगों की पुष्टि होने के बाद ही लंबित भुगतान करने का डीसी ने आदेश दिया है. अगस्त माह से मोबाइल मेडिकल ठप पड़ा हुआ है. मोबाइल मेडिकल यूनिट को प्रति माह एक लाख 80 हजार रुपये का भुगतान किया जाता था.
स्टेप-अप ट्रस्ट के माध्यम से होता है मोबाइल मेडिकल वैन का संचालन
मोबाइल मेडिकल वैन का डीसी ने दिया जांच का आदेश, वैन सरेंडर करने का निर्देश
प्रति माह एक लाख 80 हजार रुपये सरकार से होता है भुगतान
उपायुक्त ने मोबाइल मेडिकल वैन को सरेंडर करने का निर्देश दिया है. डॉक्टरों, नर्स की जांच करने तथा वैन कहां-कहां गया है, जाता है कि नहीं, गया था कि नहीं इसकी भी जांच करने का निर्देश दिया है. जांच चल रही है.
डॉ हिमांशु भूषण, सिविल सर्जन, पश्चिमी सिंहभूम
मोबाइल मेडिकल वैन के डॉक्टर, नर्स व लैब टेक्नीशियन की होगी जांच
उपायुक्त ने मोबाइल मेडिकल वैन में कार्यरत डॉक्टर, नर्स व लैब टेक्निशियन की जांच का आदेश दिया है. डॉक्टरों, एएनएम तथा लैब टेक्निशियन की सर्टिफिकेट जांच करने का आदेश दिया गया है.
वैन में एक्स-रे मनोहरपुर, सीकेपी, जगन्नाथपुर में होंगे हस्तांतरित
उपायुक्त ने मोबाइल मेडिकल वैन में लगे एक्स-रे मशीन को मनोहरपुर तथा जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में हस्तांतरित करने का आदेश दिया है.
कुपोषण, मलेरिया से सिसकते सारंडा में आस की किरण थी मोबाइल मेडिकल यूनिट
सारंडा कुपोषण से पूरी तरह से प्रभावित है. सारंडा की महिलाओं में खून की कमी है. मलेरिया के प्रकोप से यह क्षेत्र जकड़ा हुआ है. इन तीनों बीमारियों से सिसकते सारंडा के लोगों के घर-घर जाकर इलाज करने के उद्देश्य से इस मोबाइल मेडिकल वैन की शुरुआत की गयी थी. जो, अब खटाई में पड़ गयी है.
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