बाल बंदियों ने योजना के तहत चपरासी को बनाया बंधक
चाईबासा : चाईबासा संप्रेक्षण गृह में रखा गया नक्सल मामले का बाल कैदी राजू सुरीन मंगलवार की शाम सिपाही विशु हेंब्रम को जख्मी कर भाग निकला. इससे पूर्व संप्रेक्षण गृह के बाल कैदियों ने परिसर में रह रहे समाज कल्याण विभाग के चपरासी कृष्ण चंद्र बेहरा को बंधक बना लिया था.
घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी प्रमोद सिन्हा, इंस्पेक्टर दुलार साहु, मुफ्फसिल थाना प्रभारी श्याम बिहारी माझी बाल सुधार गृह पहुंचे और जानकारी ली. घायल सिपाही का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा.
कैसी हुई घटना
रोजाना की तरह मंगलवार की शाम 6 बजे खाने के लिये बाल कैदियों को उनके वार्ड से निकाला गया था. उसी समय दरबान बाबूलाल सुंडी अपनी रसोइया पत्नी को छोड़ने के लिये मुख्य गेट पर तैनात हवलदार को चाबी देकर चला गया. मौके का फायदा उठाकर बाल कैदियों ने भीतर की सभी बत्तियां बंद कर दी तथा परिसर स्थित आवास में रहने वाले समाज कल्याण विभाग के चपरासी कृष्ण चंद्र बेहरा को बंधक बना लिया.
भीतर की बत्तियां बंद देखकर तैनात हवलदार मुस्तफा अंसारी ने सिपाही मानकेश्वर राम व विशु हेंब्रम को कारण पता लगाने को कहा था. उन्होंने पहले भीतर रहने वाले कृष्ण को आवाज दी. कोई जवाब नहीं मिलने पर सिपाही विशु छोटा गेट खोलकर भीतर घुसा था.
तभी घात लगाये बैठे बाल कैदियों ने उसके सिर पर लोहे के बिस्तर के पहिया से हमला कर दिया. सिपाही को बाल बंदी भीतर की ओर खींचने लगे. दूसरी ओर सहयोगी सिपाही उसे बहार खींच रहे थे. इसका आपाधापी का फायदा उठाकर नक्सल मामले का आरोपी बाल कैदी फरार होने में सफल रहा. मुफ्फसिल पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर फरार बाल बंदी राजू सुरीन की तलाश कर रही है.