अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के खिलाफ मोरचा खोलते हुए कई सिख संगठन और कट्टरपंथी समूह मंगलवार को सरबत खालसा (सिखों की महासभा) के लिए एकत्रित हुए और बेअंत सिंह हत्या मामले के दोषी जगतार सिंह हवारा को अकाल तख्त का जत्थेदार नियुक्त कर दिया. इस जमावड़े ने सिखों की सर्वोच्च धार्मिक इकाई […]
अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के खिलाफ मोरचा खोलते हुए कई सिख संगठन और कट्टरपंथी समूह मंगलवार को सरबत खालसा (सिखों की महासभा) के लिए एकत्रित हुए और बेअंत सिंह हत्या मामले के दोषी जगतार सिंह हवारा को अकाल तख्त का जत्थेदार नियुक्त कर दिया.
इस जमावड़े ने सिखों की सर्वोच्च धार्मिक इकाई अकाल तख्त के अलावा दो अन्य तख्तों-तख्त केशगढ़ साहिब और तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदारों को हटा दिया.
एसजीपीसी सभी जत्थेदारों की नियुक्ति करती है. कट्टरपंथियों और अन्य सिख समूह यह आरोप लगाते रहे हैं कि पंजाब में सत्ताधारी बादल परिवार एसजीपीसी का नियंत्रण करता है. जमावाड़े में एसजीपीसी की ओर से नियुक्त वर्तमान जत्थेदारों पर सिख