चाईबासा : मनरेगा के पायलट प्रोजेक्ट के लिए पूरे राज्य भर से केवल पश्चिम सिंहभूम को चुना गया है. योजना में मजदूरों की डिमांड बढ़ाने, काम में गुणवत्ता लाने समेत अन्य बिंदुओं को फोकस करते हुए इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जिला में लांच किया जायेगा. इसकी घोषणा दिल्ली से चाईबासा पहुंचे मनरेगा के सलाहकार बलराम ने की.
बुधवार को समाहरणालय सभागार में सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक जिला के सभी अधिकारियों के साथ मनरेगा व इंदिरा आवास योजनाओं की गहन समीक्षा में सलाहकार ने प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए सहयोग की अपील भी की. डीडीसी बाल किशुन मुंडा ने अनुपयोगी योजना को रद करने की बात कही. कहा कि काम के साथ गुणवत्ता का होना भी जरूरी है.
इस माह पूरे चार करोड़ खर्च कर 40 योजना पूरा करने की जानकारी दी गयी. साथ ही इंदिरा आवास के सभी 3711 लाभुकों को शीघ्र खातों में पैसा भेजने का भी निर्णय लिया गया. बैठक में प्रशिक्षु आइएएस रवि शंकर शुक्ल, जगन्नाथपुर एसडीओ तथा सभी प्रखंडों के बीडीओ के साथ कई तकनीकी पदाधिकारी भी उपस्थित थे.