चक्रधरपुर : पश्चिमी सिंहभूम जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा पश्चिमी सिंहभूम के 39 प्रारंभिक शिक्षकों का वेतन रोकने का आदेश जारी किया गया था.
ये शिक्षक प्रखंड कार्यालय, अनुमंडल कार्यालय व नगर पर्षद कार्यालयों में गैर शैक्षणिक कार्यो में प्रतिनियोजित थे. पिछले 10 सितंबर को डीएसइ द्वारा आदेश जारी कर कहा गया था कि मूल विद्यालय में योगदान देने तक सभी शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है. इस आदेश के बाद चक्रधरपुर अनुमंडल कार्यालय में प्रतिनियोजित मिहिर प्रधान व रंजीत कुमार महतो को विरमित करने के लिए बुधवार की शाम को अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा पत्र जारी कर दिया गया.
इसके साथ ही दोनों शिक्षक मूल विद्यालय के लिए विरमित हो चुके हैं. प्रखंड कार्यालय में अजीत कुमार, सुहैल अहमद, नवीन शर्मा, अनूप महतो व यशवंत महतो समेत पांच शिक्षक प्रतिनियोजित थे. इन पांचों शिक्षकों को बुधवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा मूल विद्यालय में योगदान देने के लिए विरमित कर दिया गया है. इस तरह सात शिक्षकों का विरमण हो चुका है. लेकिन नगरपर्षद कार्यालय में प्रतिनियुक्त मिथिलेश्वर वर्मा, सुरेंद्र सिंह व रमेश प्रसाद सिंह को अभी तक विरमित नहीं किया गया है. नगर पर्षद कार्यालय में विरमण पत्र बन कर तैयार है.
कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यालय में नहीं बैठ पाने के कारण पत्र पर हस्ताक्षर नहीं हुआ है. जिससे तीनों शिक्षकों को मूल विद्यालय के लिए विरमित नहीं किया जा सका है. मालूम रहे कि शिक्षकों का विरमण नहीं होने पर शिक्षा अधिकारियों का वेतन रोकने का आदेश उपायुक्त द्वारा दिया गया है.