नोवामुंडी : प्रखंड मुख्यालय स्थित किसान भवन में आयोजित मासिक गुरु गोष्ठी में मध्याह्न् भोजन बंद रहने के मामले को लेकर शिक्षकों ने जम कर हंगामा किया. सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने पूछा कि सात सौ क्विंटल चावल की जगह तीन सौ क्विंटल ही चावल प्रखंड के गोदाम पहुंचते हैं. आखिर चार सौ क्विंटल चावल कहां जा रहा है.
स्कूल में बच्चे भूखे रहते हैं. शिक्षकों को कहा जाता है कि एमडीएम बंद नहीं होनी चाहिए. इसी तरह एक साल से बैंक में पड़ी राशि का सूद कौन अधिकारी खा रहे हैं. हंगामा करते हुए शिक्षकों ने समवेत स्वर में कहा कि छात्रवृत्ति मद की राशि एक्सिस बैंक से ही ट्रांसफर करने का क्या राज है. छात्रवृत्ति मद की राशि वर्ष 2013-14 का वर्ष 2014-15 में पहुंची. वह भी एक शिक्षक द्वारा हल्ला करने के बाद. एक साल से राशि एक्सिस बैंक में पड़ी थी. भुगतान से संबंधित शिक्षकों को कागजात मिले थे. एकाउंट में पैसा ट्रांसफर नहीं किया गया था.
शिक्षकों ने एक्सिस बैंक में पैसा रखने की बजाये एसबीआइ में रखने की मांग की. शिक्षकों ने यह भी सवाल उठाया कि एमडीएम मद की राशि भी एक्सिस बैंक में रखी जाती. इस मसले पर आधा घंटा तक हंगामा होता रहा. गुरु गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे बीपीओ किशोर सिंकु व सुशांत प्रधान निरुत्तर बने रहे. बीइइओ रवींद्र कुमार सिंह गुरु गोष्ठी में विलंब से पहुंचे थे. इसके बाद गुरु गोष्ठी में छात्रों की पोशाक मद की राशि का उपयोगिता प्रमाण-पत्र, नयी किताब नहीं आने के कारण पुरानी किताब से ही बच्चों को पढ़ाना, विद्यालय में 14 अप्रैल से 16 अप्रैल तक विद्यालय चले और चलाये अभियान चलाने, बाल सांसद का सशक्तिकरण, पांचवीं पास छात्रों का नामांकन मवि में कराने, 9 से 10 वर्ग के एससी/एसटी छात्रों का पोशाक के लिए सूची बनाने का निर्देश दिया.
129 विद्यालयों के हेड मास्टर शामिल थे. राजकुमार श्रीवास्तव, अरविंद ठाकुर, अजरुन, बलराम महतो समेत अन्य का नाम शामिल है. शिक्षकों द्वारा लगाये गये आरोपों के बारे में पूछे जाने पर बीइइओ रवींद्र कुमार सिंह ने पल्ला झाड़ते कहा कि यह जिला स्तर का मामला है. जिला के अधिकारी ही बता सकते हैं.