चाईबासा : झारखंड जेनरल कामगार यूनियन व अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा ने मंगलवार को जॉन मिरन मुंडा की रिहाई की मांग को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर धरना दिया. जॉन मिरन को आदिवासी नेता बताते हुए उन पर लगाये गये सीसीए हटाने की मांग प्रदर्शनकारियों ने उपायुक्त से की.
धरना स्थल पर अपने संबोधन में नेताओं ने कहा कि मिरन मुंडा अभी टाटा कॉलेज में अंतिम वर्ष का छात्र है. अपने क्षेत्र में गरीबों के अधिकार की लड़ाई लड़ते रहे. वह लगातार खान माफिया से लेकर बीड़ी कारखाना व ठेकेदारों के मनमानी के खिलाफ आवाज उठाते थे.
मजदूरों के हक की बात करने और अधिकारियों का काला चिट्ठा खोलने के कारण ही मिरन प्रशासन व एसीसी सीमेंट प्रबंधन के आंख की किरकिरी बन गये थे. जिसके बाद एक साजिश के तहत प्रशासन से मिलकर उन पर सीसीए लगा दिया गया.
धरना के अंत में पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने डीसी से मिलकर जॉन मिरन पर लगाये गये सीसीए को हटाने की मांग का पत्र सौंपा है. धरना में माटा राम कारवां, कैलाश बारी, मान सिंह, मांझी सोय, अंजनी कुमार पांडे, मंजू आल्डा उपस्थित थे.