चाईबासा : जिले के बैंक इस साल मेहरबान हुए हैं और महज तीन माह पूर्व ऋण देने के निर्धारित लक्ष्य को संशोधित करते हुए इसकी राशि दुगुनी कर दी है. पूर्व में इसी साल 15 मार्च को आयोजित बैठक में विभिन्न क्षेत्रों में ऋण देने के लिए 574.68 करोड़ रुपया पास किया गया था, जिसे मंगलवार को आयोजित जिला बैंकर्स परामर्शदात्री व पुनरीक्षण समिति की बैठक में बढ़ाकर 1042.24 करोड़ कर दिया गया है.
उपायुक्त अबुबक्कर सिद्दीख पी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कई अन्य निर्णय लिये गये. मंझगांव प्रखंड के स्टेट बैक शाखा घोड़ाबंदा को मंझगांव में शिफ्ट नहीं करने का निर्णय लिया गया. साथ ही केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश के संभावित छह जुलाई के सारंडा दौरे के दिन क्षेत्र के बैंकों को कम से कम पचास-पचास केसीसी ऋण किसानों को देने का निर्देश दिया गया.
डीसी ने कहा कि सभी बैंक गरीबों के उत्थान के लिए कार्य करें तथा बैंककर्मी बुजुर्ग उपभोक्ताओं के साथ संवेदनशीलता से व्यवहार करें. आरबीआइ के सहायक महाप्रबंधक प्रवीण रंजन ने कहा कि बैंक गरीब लोगों की मदद हर हाल में सुनिश्चित करे. बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक प्रबंधक अरविंद कुमार साहू ने कहा कि जिले में कुल 106 बैंक हैं. यहां संभावनाओं की कमी नहीं है.
एलडीएम अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि हमें संकल्प लेते हुए इस साल का लक्ष्य हर हाल में पूरा करना चाहिए ताकि लोगों का अधिक से अधिक जुड़ाव हमारे साथ हो. मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी ब्रजेश्वर दूबे, योजना पदाधिकारी सहित सभी बैंकों के जिला समन्वयक तथा बैंककर्मी उपस्थित थे.