रांची : पश्चिमी सिंहभूम के गुदड़ी प्रखंड स्थित बुरुगुलिकेरा गांव में सात लोगों की नृशंस हत्या के मामले में 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. एडीजी ऑपरेशंस एम एल मीना ने बताया कि झारखंड में सात लोगों की नृशंस हत्या मामले में 15 आरोपियों गिरफ्तार कर लिया गया है. इन सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. फिलहाल आगे की जांच की जा रही है.
बता दें कि, पश्चिमी सिंहभूम के बुरुगुलीकेरा गांव में 19 जनवरी को सात लोगों की हत्या कर दी गयी थी. करीब 19 घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद बुधवार को जंगल से सात लोगों के शव बरामद किये गये थे. यहां गुरुवार को सीएम हेमंत सोरेन भी पहुंचे थे. उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें न्याय व सुरक्षा का भरोसा दिया था.
जानकारी के मुताबिक, 19 जनवरी को पत्थलगड़ी समर्थकों ने गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक की. बैठक में ग्रामीणों के दो गुटों के बीच विवाद हो गया. बताया जाता है कि बुरुगुलीकेरा की ग्रामसभा में पहले सातों ग्रामीणों की बुरी तरह पिटाई की गयी. जब सभी अधमरा हो गये, तो उन्हें घसीटते हुए करीब दो किमी दूर जंगल में ले जाया गया. वहां सभी के हाथ-पैर बांध कर सिर कलम कर दिया गया. बताया जाता है कि नरसंहार में मारे गये सातों ग्रामीण पत्थलगड़ी विचारधारा के विरोधी थे, जबकि गांव के अधिकांश आबादी पत्थलगड़ी समर्थक है.
वहीं, झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक कमल नयन चौबे से पश्चिमी सिंहभूम जिले में हुए सात युवकों के नरसंहार मामले की जानकारी ली और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया. उन्होंने पुलिस महानिदेशक को तलब कर पत्थलगड़ी समर्थकों द्वारा किये गये नरसंहार की घटना एवं लापता हुए युवकों के बारे में जानकारी ली. उन्होंने यह निर्देश दिया कि आरोपियों के खिलाफ अविलंब विधिसम्मत कार्रवाई की जाए.