चाईबासा : शिक्षा ही जीवन में सब कुछ है, शिक्षा के बिना कुछ भी नहीं है. लेकिन इसी समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शिक्षक के रूप में सेवा भाव से लोगों में शिक्षा बांटते हैं. ऐसे ही व्यक्ति चक्रधरपुर के प्रदीप महतो हैं, जो शिक्षा देना ही जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं. वे सरकारी बैंक की नौकरी छोड़ समाज में शिक्षा बांट रहे हैं.
इनके मार्गदर्शन में कई विद्यार्थी प्राइवेट से लेकर सरकारी नौकरियां तक हासिल कर विभिन्न राज्यों में पदस्थापित हैं. कई बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर समाज की प्रेरणा बने हैं. प्रदीप महतो ने कहा कि एक ज्ञान ही ऐसा है, जिसको जितना बांटो उतनी ही बढ़ता है. समाजिक दायित्व के तहत ही शिक्षकों को पढ़ाना चाहिये. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बच्चे गुरु का सम्मान करना भूल रहे हैं, जो भयावाह संकेत है. इससे आनेवाले समय में खतरनाक परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं. इसे रोकना प्रत्येक शिक्षक ही नहीं, विद्यार्थियों की भी जिम्मेदारी है.