दोपहर दो बजे निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में किया प्रवेश
तारा मंदिर में माथा टेकने के बाद पहुंचीं कांग्रेस कार्यालय
एक घंटे की रैली में चाईबासा की सड़कों पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी
चाईबासा : महागठबंधन की उम्मीदवार, कांग्रेस की गीता कोड़ा ने शनिवार को जिला निर्वाची पदाधिकारी सह उपायुक्त अरवा राजकमल के दफ्तर में जाकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. नामांकन पत्र भरने के लिए वे करीब डेढ़ बजे डीसी कार्यालय पहुंचीं, लेकिन उन्हें करीब आधे घंटे तक वेटिंग हॉल में इंतजार करना पड़ा.
दोपहर दो बजे उन्होंने नामांकन के लिए निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में प्रवेश किया, जिसके बाद नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी करने में उन्हें करीब बीस मिनट लगे. उधर, श्रीमती कोड़ा ने शनिवार को नामांकन पत्र दाखिल करने जाने से पूर्व तारा मंदिर में मत्था टेकने के बाद कांग्रेस भवन पहुंचीं, जहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया.
इसके बाद वे गाजे-बाजे व सैकड़ों कार्यकर्ताओं के हुजूम के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने रैली की शक्ल में कांग्रेस कार्यालय से बाहर निकलीं. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा पति धर्म का पालन करते हुए गीता कोड़ा के लिए सजायी गयी जिप्सी (कार) के बोनट पर चढ़ सारथी की तरह रैली का मार्गदर्शन किया. रैली में उपस्थित पुरुष व महिला कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़े की धुन पर पूरे चाईबासा शहर का भ्रमण किया.
कार्यकर्ता नाचते-झूमते व गीता कोड़ा के समर्थन में नारेबाजी करते सदर थाना, पोस्टऑफिस चौक, महुलसाई, ओवरब्रिज, रुंगटा गार्डन व बाइपास होते हुए समाहरणालय पहुंचे. इस दौरान श्रीमती कोड़ा की रैली जिन मार्गों से गुजरी, उधर की ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा सी गयी. करीब एक घंटे तक चाईबासा की सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रही, जिसे पुलिस कड़ी मशक्कत के बाद भी हटा भी नहीं पा रही थी. इस कारण सड़कों पर घंटों जाम लगा रहा.
निर्वाची पदाधिकारी के कक्ष में बदलते रहे गीता कोड़ा के समर्थक
श्रीमती कोड़ा के नामांकन के दौरान उनके साथ निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में उपस्थित समर्थक बार-बार बदलते रहे. आदर्श चुनाव आचार संहिता के अनुसार नॉमिनेशन के समय प्रत्याशी सहित कुल पांच लोग ही निर्वाची पदाधिकारी के कक्ष में उपस्थित रह सकते हैं. लेकिन गीता कोड़ा के नामांकन के दौरान उनके साथ उपस्थित चार लोग लगातार बदलते रहे.
नॉमिनेशन के लिए समाहरणालय पहुंचीं गीता कोड़ा के साथ केवल पांच लोगों (गीता कोड़ा, मधु कोड़ा, प्रदीप बलमुचु, सन्नी सिंकू व भुवनेश्वर महतो) को प्रवेश की अनुमति मिली, लेकिन इसके कुछ मिनट बाद ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार व कांग्रेस नेता आलमगीर आलम वहां पहुंच गये. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा व जिला कांग्रेस अध्यक्ष सन्नी सिंकू वहां से बाहर आ गये तथा उनकी जगह उक्त दोनों को पांच लोगों में शामिल किया गया. इतना ही नहीं, निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष बैंक का ब्योरा पेश करने में परेशानी होने पर एक बार फिर भुवनेश्वर महतो कोबाहर भेज कर मधु कोड़ा को कक्ष में बुलाना पड़ा.