चाईबासा : बंदगांव के जलासर गांव की इस बच्ची के हर अंग पर महिला डॉक्टर ने अमानवीय चोटें की हैं. उसके हाथ प्रेस से जलाये. उस पर उबलता पानी फेंका. उसके मुंह पर काटा, थूका और कैंची से आंख पर मारा. बच्ची को ठंड में न भोजन मिलता और न ही स्वेटर. इस नाबालिग पर हुए अत्याचार की सूचना जब दिल्ली महिला आयोग तक पहुंची, तो आयोग ने बिना विलंब किये दिल्ली पुलिस से संपर्क कर बच्ची को डॉक्टर के चंगुल से छुड़ाया. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने प्रभात खबर से बातचीत में बताया : इस नाबालिग पर हुए अत्याचार को बयां कर पाना मुश्किल है. उसे प्रेस से जलाया गया, शरीर पर गर्म पानी फेंका गया.
इस कड़ाके की ठंड में उसे बिना स्वेटर और बिस्तर के सोने के लिए मजबूर किया गया. चार माह से काम कर रही थी: बच्ची करीब एक साल पहले काम की तलाश में दिल्ली आयी थी. चार महीने पहले वह दिल्ली के मॉडल टाउन में रहनेवाली एक महिला डॉक्टर के यहां काम करने लगी. कैसे हुआ खुलासा : दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया कि रात में उसके रोने की आवाज आती थी. किसी ने इसकी शिकायत महिला आयोग के हेल्पलाइन नंबर 181 पर की. स्वाति मालीवाल ने बताया कि महिला डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.