राधेश सिंह राज
मनोहरपुर : बाल विकास परियोजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन में किस स्तर तक अनियमितता के साथ-साथ फर्जीवाड़ा चल रहा है, उसका एक बड़ा नमूना मनोहरपुर प्रखंड में सामने आया है. सेविका की मौत के बाद वर्षों तक आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन फर्जी तरीके से उसकी बहन करती रही. पकड़े जाने के डर होने पर आठ महीने पूर्व उसने काम छोड़ दिया और अपने घर से केंद्र को स्थानांतरित कर गायब हो गयी. प्रभात खबर की पड़ताल में यह फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है.
मामला प्रखंड मुख्यालय से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित नंदपुर (बी) आंगनबाड़ी केंद्र का है. यह केंद्र वर्तमान में अग्र परियोजना केंद्र के सामने एक शिक्षिका के कच्चे मकान में संचालित हो रहा है.
आठ माह पूर्व तक यह केंद्र सेविका एलानी सुरीन के आवास में चलता था. दिलचस्प बात ये है कि एलानी की वर्षों पूर्व मृत्यु हो चुकी है. एलानी की मौत के बाद उसकी बहन रूद सुरीन लोहंगा फर्जी तरीके से केंद्र चलाती रही. दिसंबर 2016 में अचानक उसने केंद्र का संचालन बंद कर दिया.
उक्त आंगनबाड़ी केंद्र में अब भी सेविका के रूप में दिवंगत एलानी सुरीन एवं सहायिका के रूप में नीलिमा कुजूर पदस्थापित हैं. नीलिमा ने 2013 में योगदान दिया था.
नीलिमा के अनुसार उनके योगदान के पूर्व से ही केंद्र का संचालन रूद सुरीन कर रही थीं, जबकि नाम उसकी बड़ी बहन एलानी का चलता रहा. फर्जीवाड़े की जानकारी होने के बाद भी केंद्र से संबंधित विभाग, बैंक इत्यादि के सारे काम एलानी सुरीन के नाम से उनकी बहन रूद सुरीन ही करती रही. बाद में उसने दिसंबर 2016 में फंसने के डर से यह काम छोड़ दिया. काम छोड़ने के बाद उसने घर में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन भी बंद करवा दिया. इसके बाद जनवरी 2017 से सहायिका नीलिमा एक शिक्षिका के मकान में केंद्र चला रही हैं.
सीडीपीओ ने नहीं की बात
जब मनोहरपुर की सीडीपीओ नेली तोपनो से इस संबंध में पक्ष लेने के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने कुछ कहने की बजाये मिलकर बात करने को कहा.
बैंक से पैसे उठाती रही रूद, साफ-सफाई नदारद
पोषाहार का बैंक खाता एलानी सुरीन के नाम पर है, जिसे रूद सुरीन ने अपने पास रखा हुआ था. 10 दिन पूर्व उसने प्रभारी सेविका को खाता सौंपा है. केंद्र में प्री स्कूल किट व मेडिकल किट मौजूद था, पर उसका उपयोग नहीं हो रहा था. किशोरी व बच्चों का वजन लेने की मशीन चालू हालत में मिली. पेयजल के लिए केंद्र में नलकूप तो है, लेकिन वहां स्वच्छता का ध्यान नहीं दिये जाने की बात सामने आयी. वर्तमान में केंद्र से पांच सौ मीटर की दूरी पर केंद्र का नया भवन लगभग बनकर तैयार है.
दान में चावल मांगकर बांटा गया पोषाहार
रूद सुरीन के काम छोड़ने के बाद सीडीपीओ ने नंदपुर (सी) केंद्र की सेविका दुर्गावती समद को नंदपुर (बी) केंद्र की सेविका का अतिरिक्त प्रभार दे दिया.
प्रभार लेने के बाद दुर्गावती समद के कई बार दौड़ने के बाद रूद सुरीन ने केंद्र के सामान तो उसे सौंप दिये, लेकिन बैंक आदि से संबंधित दस्तावेज नहीं दिये. इससे बच्चों, किशोरी व धात्री महिलाओं को मिलने वाले पोषाहार के वितरण में कठिनाई हो रही है. हद तो तब हो गयी जब नौनिहालों को पोषाहार देने तथा केंद्र संचालन के लिए प्रभारी सेविका तथा सहायिका को शिक्षिका से दान में चावल मांगना पड़ा.