चक्रधरपुर : शहर की सबसे महत्वाकांक्षी योजना, ठोस कचरा प्रबंधन के लिए सरकार ने चक्रधरपुर नगर पर्षद को 1.31 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं. कागजों में दफन उक्त योजना के अब धरातल पर उतरने की उम्मीद बढ़ गयी है. शहर की गंदगी के निस्तारण का स्थायी व ठोस समाधान सपना सा लगता था, लेकिन सरकार […]
चक्रधरपुर : शहर की सबसे महत्वाकांक्षी योजना, ठोस कचरा प्रबंधन के लिए सरकार ने चक्रधरपुर नगर पर्षद को 1.31 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं. कागजों में दफन उक्त योजना के अब धरातल पर उतरने की उम्मीद बढ़ गयी है. शहर की गंदगी के निस्तारण का स्थायी व ठोस समाधान सपना सा लगता था, लेकिन सरकार द्वारा इसके लिए राशि आवंटित कर दिये जाने से इसके साकार होने की दिशा में पहल हो गयी है. उक्त राशि से नगर पर्षद खूंटपानी में 11.44 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री करायेगी.
फिलहाल नगर पर्षद के पास कचरा निस्तारण का कोई ठोस इंतजाम नहीं है. शहर के कचरे को नगर पर्षद फिलहाल प्रखंड कार्यालय के पीछे श्मशान घाट के समीप, रानी तालाब के समीप डंप कराती है. ठोस कचरा प्रबंधन की नयी योजना के तहत कचरे का आधुनिक तकनीक से निस्तारण होगा, जिससे खाद का भी निर्माण होगा.
खूंटपानी में बनेगा ठोस कचरा निस्तारण प्लांट
योजना के तहत शहर के कचरे को शहर से दूर खूंटपानी में चयनित 11.44 एकड़ में एकत्र किया जायेगा, जहां आधुनिक तकनीक से उसे निस्तारित किया जायेगा. कचरे से खाद बनाने की योजना है. आवंटित 1.31 करोड़ रुपये से अगस्त में जमीन खरीदी जायेगी, जहां योजना को धरातल पर उतारा जायेगा. नगर पर्षद पहले ही जमीन का चयन कर चुकी है, राशि आवंटित नहीं होने से योजना शिथिल पड़ी थी.
जमीन मिलने के बाद बनेगा डीपीआर : कार्यपालक पदाधिकारी
कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार ने कहा कि सरकार जन जीवन से जुड़ी इस समस्या को गंभीरता से लिया है. अगस्त माह में जमीन की रजिस्ट्री के बाद ठोस कचरा प्रबंधन योजना का डीपीआर तैयार किया जायेगा.