सिमडेगा. विधायक भूषण बाड़ा ने विधानसभा सत्र में सिमडेगा जिले को पर्यटन नगरी घोषित करते हुए पर्यटक स्थलों का विकास कराने की मांग की है. विधायक ने अल्प सूचित प्रश्न के माध्यम से सरकार से पूछते हुए कहा कि जिले में पर्यटक स्थलों की कमी नहीं है. सिमडेगा झारखंड, ओड़िशा, छत्तीसगढ़ के मोहाने पर स्थित होने के कारण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. विधायक के इस सवाल को सरकार ने भी स्वीकारा है. विधायक ने कहा आज तक राज्य के पर्यटक व टूरिज्म विभाग द्वारा जिले के पर्यटक स्थलों के विकास किये जाने संबंधी जानकारी मांगी. विधायक ने पूछा कि जिले को कब तक पर्यटन नगरी घोषित कर पर्यटक स्थलों का विकास किया जायेगा. विधायक के सवाल पर सरकार ने बताया कि रामरेखाधाम को श्रेणी ए, केलाघाघ को श्रेणी बी, बसतपुर को श्रेणी डी एवं क्रूसटोंगरी को श्रेणी डी पर्यटक स्थल के रूप में अधिसूचित किया गया है. इधर, सरकार ने बताया गया कि रामरेखा धाम को पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के स्वदेश दर्शन 2.0 के चैलेंज बेसड डेस्टीनेशन डेवलपमेंट के अंतर्गत पर्यटकीय विकास योजना के लिए 18 करोड़ की राशि स्वीकृत दी गयी है. योजना का डीपीआर तैयार कर स्वीकृत हेतु केंद्र सरकार को भेजा गया है. केलाघाघ को पर्यटकीय विकास के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है. विधायक ने सोनपहाड़ी, बगईटोंगरी, नानेसेरा टोंगरी समेत पालकोट के श्रीमुख पर्वत और तपकरा डैम को पर्यटक स्थल घोषित करते हुए विकास कराने की मांग की. सरकार ने बताया कि सिमडेगा जिले को पर्यटन नगरी घोषित करने के संबंध में कोई प्रावधान नहीं है.
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