सिमडेगा. जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से बुधवार को पीएम श्री उर्दू उवि खैरनटोली में विधिक जागरूकता शिविर लगाया गया. शिविर का उद्देश्य स्कूली बच्चों को कानून, उनके अधिकारों तथा निःशुल्क विधिक सहायता की उपलब्धता के बारे में जागरूक करना था. कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्राचार्य रेहान अजीज ने मुख्य अतिथि समेत अन्य आगंतुकों का स्वागत कर किया. कहा कि बच्चों को कम उम्र में ही कानूनी जानकारी देना समय की जरूरत है, ताकि वह आत्मनिर्भर और सजग नागरिक बन सकें. प्राधिकार की सचिव मरियम हेमरोम ने संविधान दिवस के महत्व पर विशेष रूप से प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि यह दिन हमें संविधान निर्माताओं के योगदान और संविधान में निहित मूल्यों को याद करने का अवसर प्रदान करता है. उन्होंने बच्चों को संविधान की उत्पत्ति, उसके मूल सिद्धांतों, मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों व लोकतांत्रिक व्यवस्था की विशेषताओं के बारे में बताया. साथ ही बाल अधिकार, निःशुल्क विधिक सहायता, साइबर क्राइम से बचाव और विभिन्न सुरक्षा कानूनों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी. उन्होंने कहा कि भारत का संविधान सिर्फ एक कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि देश को एकता व समानता के सूत्र में जोड़ने वाला मूल आधार है. रिटायर्ड प्राचार्य सज्जाद अली ने कानून का सम्मान, सामाजिक दायित्व और जिम्मेदार नागरिक बनने की सीख दी. कार्यक्रम में शिक्षक रवि डुंगडुंग, नैय्यर नेसात, गुलनार बानो, दानिश अब्दुल्लाह, शंभूनाथ प्रधान, रफत शबनम, विपिन किंडो आदि उपस्थित थे.
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