सिमडेगा. सिमडेगा विधायक ने रामरेखाधाम राजकीय महोत्सव को लेकर बयान देते हुए कहा है कि महागठबंधन की सरकारी धर्म की राजनीति नहीं करती है, जबकि भाजपा धर्म की राजनीति करती है. इस बयान पर पूर्व मंत्री विमला प्रधान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि महागठबंधन सरकार व सिमडेगा विधायक ही धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं. रामरेखा धाम में 2015 में मेरे विधायिका काल में भव्य महोत्सव का आयोजन किया गया था. तत्कालीन उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक के प्रयास से मेरे एवं सिमडेगा जिला प्रभारी मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी के सहयोग से पहली बार रामरेखा में भव्य महोत्सव का आयोजन किया गया था और देश के चर्चित कलाकारों को भी बुलाया गया था. महोत्सव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास भी शामिल हुए थे. साथ ही मेरे प्रयास से ही कोचेडेगा से रामरेखा धाम होते हुए कोंडरा तक सड़क का चौड़ीकरण किया गया. इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के प्रयास से 25 करोड़ रुपये की प्रारंभिक राशि धाम के विकास के लिए स्वीकृत हुई पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों व राज्य सरकार की लापरवाही की वजह से उस पैसे का अभी तक उपयोग नहीं किया गया है, जिससे धाम का विकास ठप है. वर्तमान विधायक के कार्यकाल के छह वर्ष पूरे होने वाले हैं, पर सिमडेगा जिले में विकास की गति शून्य है. सिमडेगा में बनने वाले बस स्टैंड व मेडिकल कॉलेज को अन्यत्र ले जाया गया, तो किस मुंह से विधायक विकास की बात करते हैं. जनता का ध्यान विकास की तरफ से भटकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी करते हैं. रामरेखा मेला को राजकीय महोत्सव के रूप में मनाने की रूपरेखा जिला प्रशासन ने तैयार की. इसके लिए जिला प्रशासन धन्यवाद के पात्र हैं. इसमें विधायक की कोई भूमिका नहीं है. विधायक अपनी पीठ खुद थपथपा रहे हैं.
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