कोलेबिरा. सावन माह की शुरुआत के साथ ही कोलेबिरा प्रखंड के शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है. खासकर डैम किनारे स्थित प्राचीन बूढ़ा महादेव मंदिर में भक्तों का उत्साह देखने लायक है. सावन के पहले दिन से ही श्रद्धालु जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के लिए मंदिर में जुटने लगे हैं. बताया जाता है कि यह शिवलिंग हजारों वर्ष पूर्व असुर राजाओं द्वारा स्थापित किया गया था. मंदिर के पुजारी सुदर्शन दास और मदन दास ने जानकारी दी कि उनके पूर्वज भी वर्षों से इस पवित्र स्थल पर पुरोहित के रूप में सेवा करते आ रहे हैं. पहले मंदिर का भवन काफी छोटा था, जिससे सावन में भीड़ के कारण भक्तों को परेशानी होती थी. इसको देखते हुए श्रद्धालुओं के प्रयास से हाल के वर्षों में भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया है. सावन के प्रत्येक सोमवार को मंदिर में विशेष भीड़ उमड़ती है. जिले के विभिन्न हिस्सों से भक्त यहां आकर जलाभिषेक करते हैं. मंदिर को बूढ़ा महादेव या सरना मंदिर के नाम से जाना जाता है. मंदिर परिसर में कई आदिकालीन शिवलिंग स्थापित हैं. प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं. स्थानीय ग्रामीणों ने मंदिर परिसर में बिजली की समुचित व्यवस्था, बैठने के लिए सीमेंट की कुर्सियां, सोलर संचालित जलमीनार और डैम किनारे रेलिंग लगाने की मांग प्रखंड प्रशासन से की है.
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