सरायकेला. झारखंड विधिक सेवा प्राधिकरण रांची के निर्देशानुसार “बाल विवाह के विरुद्ध शपथ दिवस” पर बुधवार को सिविल कोर्ट सरायकेला में एक शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. मौके पर जिला व सत्र न्यायाधीश रामाशंकर सिंह उपस्थित थे. कार्यक्रम में न्यायिक पदाधिकारी से लेकर सभी ने सामूहिक रूप से बाल विवाह के उन्मूलन व समाज में जागरुकता फैलाने की शपथ ली. मौके पर परिवार न्यायालय के जज बीरेश कुमार प्रधान, एडीजे चौधरी अहसान मोइज, एडीजे टू बी के पांडे, एडीजे थ्री दीपक मल्लिक, सीजीएम लूसी सोसेन तिग्गा, सीनियर जज अनामिका किस्कु, डीएलएसए सचिव तौसीफ मिराज, एसडीजेएम आशीष अग्रवाल, सिविल जज धृति धैर्य समेत अन्य उपस्थित थे.
चांडिल न्यायालय में भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित
उप न्यायालय, चांडिल में भी शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. मौके पर एडीजे वन एसएन सिन्हा उपस्थित थे. मौके पर एसीजेएम डॉ रवि प्रकाश तिवारी, एसडीजेएम अमित खन्ना समेत अन्य न्यायिक पदाधिकारी उपस्थित थे. सभी ने बाल विवाह के खिलाफ शपथ ली. अभियान का उद्देश्य समाज में यह संदेश प्रसारित करना है. बाल विवाह न केवल एक सामाजिक बुराई है, बल्कि बच्चों के भविष्य, उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और सम्मानजनक जीवन के अधिकारों के लिए गंभीर खतरा है. न्यायिक अधिकारियों ने मौके पर कहा कि न्यायपालिका व विधिक सेवा प्राधिकरण समाज में जागरूकता बढ़ाने और बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त करने के लिए निरंतर संकल्पित है. कार्यक्रम में यह संकल्प दोहराया गया कि जिले में बाल विवाह के खिलाफ कानूनी जागरूकता को और व्यापक बनाया जाएगा तथा समुदाय को सशक्त कर इस कुप्रथा को जड़ से समाप्त करने के लिए निरंतर प्रयास जारी रहेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

