सरायकेला.
सरायकेला प्रखंड के पदमपुर गांव में शुक्रवार को तीन दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता शुरू हुई. इसका उद्घाटन मुख्य रूप से नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज चौधरी ने किया. उन्होंने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर खेल का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि खेल से शारीरिक व मानसिक विकास होता है. ग्राम स्तर पर ऐसी प्रतियोगिता के आयोजन से खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने का मौका मिलता है. यह समाज को एकजुट करती है. खेल से अनुशासन, करियर और पहचान बनती है. यह हमारे युवाओं के लिए एक अच्छा अवसर है. खेल हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि आदिवासी विकास संघ ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कई वर्षों से प्रतियोगिता आयोजित कर प्रतिभाओं को मंच देने का काम कर रहा है. इसके लिए आयोजन समिति के संरक्षक धनपति सरदार का काफी अहम योगदान रहा है. मौके पर आदिवासी विकास संघ पदमपुर के एमपी सरदार, अध्यक्ष करमु सरदार, सचिव संदीप सरदार, वासु सरदार, कोषाध्यक्ष लखीराम सरदार, शिवराम सरदार एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे.फुटबॉल प्रतियोगिता व टुसू मेला 31 जनवरी से
सरायकेला.
आदिवासी तिलका फुटबॉल एसोसिएशन कोलाबिरा की ओर से तीन दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता 31 जनवरी से शुरू होगी. इसका फाइनल दो फरवरी को खेला जायेगा. प्रतियोगिता के साथ विराट टुसू मेला का आयोजन किया जायेगा. इस संबंध में एसोसिएशन की बैठक हुई. इस संबंध में जानकारी देते हुए आयोजन समिति के सदस्य रविंद्र मंडल ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि फुटबॉल प्रतियोगिता की विजेता टीम को इस वर्ष सात लाख नकद व ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया जायेगा. वहीं, उपविजेता टीम को पांच लाख नकद व ट्रॉफी, तीसरे व चौथे स्थआन पर रहने वाली टीमों को पुरस्कार के रूप में ढाई-ढाई लाख नकद व ट्रॉफी दी जायेगी. प्रतियोगिता में 16 टीमें भाग लेंगी. वहीं, टुसू मेला में प्रथम पुरस्कार 51,000 रुपये, द्वितीय पुरस्कार 31,000 रुपये, तीसरा पुरस्कार 21,000 रुपये दिये जायेंगे. बैठक में शक्ति सेनापति, मो करीम, अख्तर हुसैन, शिवनंदन किस्कू, शिशिर महतो, लक्ष्मण महतो, दुलाल मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

