सरायकेला. सरायकेला की स्थानीय संस्था आचार्य छऊ नृत्य विचित्रा के कलाकार पिछले 25 दिनों से कर्नाटक, तमिलनाडु और नयी दिल्ली में आयोजित नृत्य सह कार्यशाला एवं महोत्सव में लगातार सरायकेला छऊ की प्रस्तुति दे रहे हैं. इस आयोजन में कलाकारों का दल पद्मश्री गुरु शशधर आचार्य के नेतृत्व में शामिल है, जिसमें सुकांत कुमार आचार्य, सतीश कुमार मोदक, विश्वनाथ कुंभकार, गोविंद महतो, शुभम आचार्य, राजेश गोप, चंद्रनारायण महंती, रंजीत आचार्य, सपन आचार्य, यश पाठक और योगेश्वर कुमार जैसे कलाकार शामिल हैं. इस महोत्सव में 2 से 3 नृत्य प्रस्तुतियां प्रतिदिन दी जा रही हैं, जिनमें रात्रि, मयूर, हंस, कंचदेवयानी, वर्षा झम झम, चंद्रभागा, राधा कृष्ण और फूलों वसंत जैसे छऊ नृत्य शामिल हैं. यह सरायकेला छऊ के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि इतने लंबे समय तक इतनी लगातार प्रस्तुति दी जा रही है. सरायकेला छऊ नृत्य की इस प्रस्तुति से भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों और स्कूलों में इस पारंपरिक लोकनृत्य की समृद्धता और जीवंतता को प्रदर्शित किया जा रहा है, और इसे राष्ट्रीय स्तर पर सराहा जा रहा है. सह निदेशक रंजीत आचार्य ने इस पहल की जानकारी दी है जो सरायकेला छऊ की धरोहर को व्यापक मंच पर ले जा रही है.
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