सरायकेला. समाहरणालय सभागार में बुधवार को राष्ट्रीय पोषण माह का समापन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डीडीसी सुश्री रीना हांसदा ने की. डीडीसी ने कहा कि कुपोषण उन्मूलन केवल स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह प्रशासन, समाज और परिवार की सामूहिक जिम्मेदारी है. कहा कि पोषण के प्रति जागरुकता और व्यवहार परिवर्तन से ही स्वस्थ और कुपोषण-मुक्त समाज का निर्माण संभव है. सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें ताकि हर परिवार पोषण के महत्व को समझ सके और उसे अपने जीवन का हिस्सा बना सके. डीडीसी ने बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को आदेश दिया कि कुपोषित बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं के पोषण स्तर की नियमित निगरानी और फॉलोअप सुनिश्चित किया जाये. सभी सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिकाओं और आंगनबाड़ी सेविकाओं को निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्र में कुपोषित बच्चों की पहचान करें और उन्हें आवश्यकता अनुसार एमटीसी केंद्रों में भर्ती कराये. कार्यक्रम में डीएसडब्ल्यू सत्या ठाकुर, सरायकेला सीडीपीओ, विभिन्न प्रखंडों के सीडीपीओ, तथा शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे.
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