सरायकेला.
सरायकेला-खरसावां जिला में 108 एबुलेंस की व्यवस्था लचर हो गयी है. जिला के कुल नौ प्रखंड की 12 लाख की आबादी के लिए महज 17 एबुलेंस हैं, जिसमें से 12 एबुलेंस बीमार हैं. सरायकेला सदर अस्पताल में मात्र तीन 108 एबुलेंस हैं. यह तीन एबुलेंस सरायकेला, राजनगर व कुचाई का भार संभालते हैं, जिसमें दो लोकल और एक मरीजों को रेफर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं. वहीं, एक एंबुलेंस खरसावां में व एक चावलीबासा चांडिल सीएचसी में रखा गया है. इधर, एबुलेंस की कमी के कारण दुर्घटना होने या अस्पताल से रेफर करने के लिए प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ता है.एंबुलेंस के रूप में मोक्ष वाहन का हो रहा इस्तेमाल
सदर अस्पताल सरायकेला में एंबुलेंस की कमी को देखते हुए विभाग की ओर आवंटित दो मोक्ष वाहन को एंबुलेंस के रूप में उपयोग किया जाता है, जिससे किसी तरह मरीजों को सुविधा मिल जाय और परेशानी न हो. खराब पड़ी एंबुलेंस की मरम्मत नहीं की जा रही है. इसके कारण एंबुलेंस और खराब होती जा रही है.
2017 में शुरू हुई थी 108 एंबुलेंस सेवा
स्वास्थ्य सेवा बेहतर करने को लेकर वर्ष 2017 में 108 एंबुलेंस सेवा शुरू हुई थी. लेकिन वर्तमान में 17 एबुलेंस में से 12 खराब पड़ी हैं.खराब पड़ी एबुलेंस की जानकारी विभाग व संचालित एजेंसी सम्मान फाउंडेशन को दी गयी है, जिससे एबुलेंस मरम्मत जल्द शुरू हो सके.
डॉ चंदन कुमार, 108 एबुलेंस, नोडल पदाधिकारी
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