राजमहल झारखंड सरकार ने वर्ष 2004 में राज्य के गरीब परिवारों के बेटियों की शादी/विवाह में आर्थिक बोझ कम करने के उद्देश्य मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की शुरुआत की है. यह गरीब परिवारों के लिए कल्याणकारी योजना है. योजना का मुख्य उद्देश्य बाल विवाह को रोकना, बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करना और गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) परिवारों को विवाह के समय वित्तीय सहायता देना है. साहिबगंज जिले के विभिन्न प्रखंडों के हजारों लाभुक इस योजना से लाभान्वित हुए हैं. जानकारी के अनुसार, जिला समाज कल्याण विभाग को इस योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 में एक करोड़ 55 लाख 11 हजार रुपये आवंटन हुआ. इसमें अबतक एक करोड़ 41 लाख रुपये लाभुकों को दिया गया है. फिलहाल विभाग के पास 14 लाख 11 हजार रुपये अवशेष हैं. विभागीय आंकड़ों के अनुसार, साहिबगंज जिले में वित्तीय वर्ष 2025-26 में सभी प्रखंडों से 533 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें 470 आवेदन स्वीकृत हो सका है. आंकड़े बताते हैं कि साहिबगंज प्रखंड में 33, बोरियो में 31, बरहेट में 131, बरहरवा में 124, पतना में 14, राजमहल में 77 आवेदन स्वीकृत हुआ है. आश्चर्य की बात है कि जिला के मंडरों, तालझारी व उधवा प्रखंड में शून्य आवेदन प्राप्त हुए. इन तीनों प्रखंड से आवेदन प्राप्त न होना कई सवाल उठ रहे हैं. इसके पूर्व में इन प्रखंडों में इस योजना का लाभ दिया जा चुका है. परंतु इस वित्तीय वर्ष में शून्य आवेदन होना आश्चर्य है. पदाधिकारियों को इस ओर ध्यानाकृष्ट करने की आवश्यकता है, ताकि सभी प्रखंडों के योग्य लाभुकों को इसका लाभ मिल सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

