मंडरो
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत मिर्जाचौकी से करमटोला एनएच-80 सड़क तक बनाया गया पिचिंग सड़क महज़ पांच वर्ष के अंदर ही गड्ढे में तब्दील हो गया है. इसके बाद से अबतक एक बार भी इस सड़क की मरम्मत नहीं करायी गयी है. जबकि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का मकसद ग्रामीण इलाकों में बारहो मास सड़कें बनाना है. इन सड़कों में पुल और जल निकासी की सुविधा भी होती है. बात करें इस सड़क के निर्माण कार्य की, तो इसका शिलान्यास 26 अक्तूबर 2019 को जनप्रतिनिधि द्वारा फीता काट कर किया गया था. इसके बाद मिर्जाचौकी से रेलवे साइडिंग तक पीसीसी सड़क और छह किलोमीटर करमटोला तक पिचिंग सड़क बनाने का कार्य सम्पन्न हुआ. जहां सड़क बन कर तैयार तो हो गया और समय भी बीत गया. लेकिन मिर्जाचौकी पूर्वी रेलवे गेट से लेकर रेलवे साइडिंग तक इस सड़क पर पहले की तरह ही आज भी नाला का पानी का जलजमाव होने से राहगीर सहित आम ग्रामीणों को आने-जाने में भारी परेशानियों को झेलना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि इस सड़क पर नाला का जमा पानी तालाब में तब्दील हो गया है. इस कारण सड़क के बीचों-बीच 36 जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. जहां अक्सर टोटो, मोटरसाइकिल, साइकिल सहित कई वाहन पलटी मारते रहते हैं जिसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. वहीं बताया जाता है कि इस सड़क के साथ-साथ यहां पर नाला का भी निर्माण किया जा रहा था. लेकिन किसी कारणवश यहां पर नाला निर्माण का कार्य अबतक अधूरा पड़ा हुआ है. इसके कारण सड़क पर नाली के पानी के जलजमाव की स्थिति जस-की-तस बनी हुई है. लोग इसी नाले के गंदे पानी के जलजमाव से होकर गुजरने के लिए विवश हैं. वहीं मिर्जाचौकी के ग्रामीण अशोक कुमार सिंह, संतोष कुमार, राजू साह, पलटन भगत, सोनू चौधरी आदि लोगों का कहना था कि इस सड़क पर भी जिला प्रशासन व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि को ध्यान देना चाहिए.
मिर्जाचौकी से रक्सी स्थान को जोड़ने वाली सड़क के बारे में जिले के वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया गया है. जल्द ही इस सड़क की समस्या का समाधान निकाला जाएगा.
– मेघनाथ उरांव, बीडीओ, मंडरो.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

