साहिबगंज आरपीएफ की सतर्कता से बाल तस्करी का पर्दाफाश प्रतिनिधि, साहिबगंज. मालदा रेल मंडल के अंतर्गत साहिबगंज रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मानव तस्करी की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. आरपीएफ ने बाल मजदूरी के लिए दिल्ली ले जाए जा रहे सात नाबालिग लड़कों और एक लड़की को मुक्त कराया और एक युवक को गिरफ्तार किया. गुप्त सूचना के आधार पर पोस्ट कमांडर गुलाम सरवर के निर्देश पर एसआई हिमांशु कुमार हेमंत के नेतृत्व में टीम ने प्लेटफॉर्म नंबर एक पर बच्चों के साथ ब्रह्मपुत्र मेल का इंतजार कर रहे संदिग्ध युवक को पकड़ा. पूछताछ में युवक की पहचान पाकुड़ जिले के चमड़ा पहाड़िया के रूप में हुई. एसआई हिमांशु कुमार हेमंत ने बताया कि युवक बच्चों को मजदूरी के लिए दिल्ली ले जा रहा था. आरपीएफ ने उसे हिरासत में लेकर बच्चों को रेल थाना को सौंप दिया. रेल थाना प्रभारी धनंजय कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ बाल मजदूरी व मानव तस्करी की धाराओं में मामला दर्ज कर उसे जेल भेजने की प्रक्रिया चल रही है, जबकि बच्चों को चाइल्डलाइन को सौंपा जा रहा है. साहिबगंज और आसपास के क्षेत्र लंबे समय से मानव तस्करी के गढ़ रहे हैं, जहाँ से नाबालिग बच्चों को मजदूरी या घरेलू काम के लिए अन्य राज्यों में भेजा जाता रहा है. प्रशासन और पुलिस के प्रयासों के बावजूद मानव तस्करी अभी भी जारी है. हाल ही में नगर थाना पुलिस ने चैती दुर्गा इलाके से भी मानव तस्करी के आरोप में एक दंपति को गिरफ्तार किया था, जिससे जिले में इस नेटवर्क की सक्रियता का पता चलता है. आरपीएफ की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि सतर्कता और समन्वय से बाल तस्करी जैसे अपराधों को रोका जा सकता है.
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