तीनपहाड़
ईसाई समुदाय का सबसे बड़ा पर्व क्रिसमस एवं बड़ा दिन तीनपहाड़ तथा आसपास के क्षेत्रों में हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया. इस अवसर पर मरियम चर्च, मुण्डली में बुधवार की रात्रि तथा गुरुवार की सुबह विशेष प्रार्थना सभा और धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत क्षमा याचना के साथ हुई. इसके पश्चात प्रभु यीशु के जन्मोत्सव पर उनका स्वागत किया गया और प्रतीकात्मक रूप से उन्हें चरनी में शयन कराया गया. इस दौरान फादर मारियानुस लकड़ा एवं फादर दीपक तिर्की ने उपस्थित श्रद्धालुओं को ज्योति, मुक्ति और शांति का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु ने लोगों के बीच जाकर प्रेम, शांति और सदाचार का संदेश दिया तथा बुरे कर्मों को त्यागने की प्रेरणा दी. फादरों ने यह भी कहा कि प्रभु सदा मानव के हृदय में वास करते हैं, इसलिए उन्हें सच्चे मन से स्मरण करना चाहिए. इस अवसर पर प्रभु यीशु की जीवनी पर भी प्रकाश डाला गया. इसके उपरांत मिस्सा पूजा संपन्न हुई तथा बाइबल का पाठ किया गया. प्रार्थना सभा में तीनपहाड़, हथिगढ़, सगड़भंगा, अयोध्या, वृंदावन, कल्याणचक सहित अन्य क्षेत्रों से ईसाई समुदाय के लोग उपस्थित थे. मौके पर फादर सुमित कुलु, मैथियस किस्कू तथा सिस्टर भी मौजूद रहीं.
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