प्रतिनिधि, तालझारी. महाराजपुर और आसपास के अंचल क्षेत्रों में गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है. कल्याणी और मसकलैया पंचायत के निचले इलाकों में गंगा का पानी घुसने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों के अनुसार, नदी के उफान पर होने के कारण महाराजपुर यज्ञशाला, महाराजपुर बाजार, मीना बाजार और मेहंदीपुर समेत मसकलैया पंचायत के कई टोलों में पानी भर गया है, जिससे लोगों के लिए आवागमन की भारी समस्या उत्पन्न हो गयी है. स्थिति का जायजा लेने के लिए अंचलाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी राम सुमन प्रसाद ने प्रभावित क्षेत्रों का नाव से निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और कल्याणी व मसकलैया पंचायतों के गंगा तट से सटे इलाके बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. उन्होंने बाढ़ से घिरे लोगों से अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए महाराजपुर विद्यालय में बनाये गये प्रशासनिक राहत शिविर में शरण लें. इसके साथ ही, क्षेत्र के मुखिया और वार्ड सदस्यों से बाढ़ प्रभावित परिवारों की एक सूची तैयार करके मांगी गयी है. अंचल कार्यालय द्वारा जिला को भेजी गयी रिपोर्ट के अनुसार, तालझारी अंचल क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ का आंशिक प्रभाव पड़ा है. इनमें बड़ी भग्यामारी पंचायत के बौहा, पलटन गंज, मोतीझरना पंचायत के मोतीझरना, बांसकोला, कल्याणी पंचायत के महाराजपुर बाजार, मीना बाजार तथा मसकलैया पंचायत के फतेहपुर और पथरिया जैसे गांव शामिल हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, कुल 1238 परिवार और 5007 की आबादी इस आपदा से प्रभावित हुई है. बाढ़ से निबटने के लिए प्रशासन ने पंचायत भवन बड़ी भग्यामारी, प्राथमिक विद्यालय महाराजपुर और मध्य विद्यालय महाराजपुर में राहत शिविर स्थापित किए हैं. इन शिविरों में प्रभावित लोगों की सहायता के लिए पर्यवेक्षक चिकित्सकों के साथ चिकित्सा दलों को भी प्रतिनियुक्त किया गया है.
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