साहिबगंज. शहर की सड़कों पर जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर परिषद और जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाता है. हालांकि, इन अभियानों में अधिकतर छोटे दुकानदारों, ठेलेवालों और खोमचे वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाती है, जबकि बड़े प्रतिष्ठानों जैसे बैंक, होटल और बड़ी दुकानों को अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है. ये प्रतिष्ठान प्रतिदिन हजारों से लेकर लाखों रुपये तक का व्यापार करते हैं, लेकिन इनके पास दो वाहनों के लिए भी पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं होती. पार्किंग की सुविधा के अभाव में यहां आने-जाने वाले लोगों को अपने वाहन सड़क पर ही खड़े करने पड़ते हैं, जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है. इसका खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ता है. चौक बाजार में पार्किंग का स्थायी प्रबंध नहीं चौक बाजार स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा के पास कोई पार्किंग सुविधा नहीं है. इसके बगल में स्थित दो होटल और राजस्थान स्कूल के आस-पास भी ऐसी ही स्थिति है. स्कूल, बैंक और होटल के सामने दिनभर सड़क पर वाहन खड़े रहते हैं, जिससे हमेशा जाम की समस्या बनी रहती है. वहीं बैंक के सामने और बगल में मौजूद अन्य दुकानों में भी यही हाल है, जहां ग्राहक अपने वाहन सीधे सड़क पर खड़े कर देते हैं. जेएन राय रोड के पास भी हालात बेहतर नहीं जेएन राय रोड की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है. साहिबगंज की यह सड़क शहर की मुख्य सड़कों में गिनी जाती है. इस मार्ग पर स्थित लगभग सभी मकान अब व्यवसायिक उपयोग में लाए जा रहे हैं. इनमें मैरिज हॉल, बैंक, होटल और रेस्टोरेंट शामिल हैं. अधिकतर भवनों में पार्किंग की सुविधा नहीं है, जिससे लोग मजबूरन सड़क पर ही वाहन खड़ा करते हैं. इसका नतीजा यह होता है कि यहां हर समय भीड़ और जाम की स्थिति बनी रहती है. पटेल चौक से लेकर सब्जी मंडी मार्ग तक की स्थिति चिंताजनक पटेल चौक से लेकर सब्जी मंडी मार्ग तक की स्थिति भी चिंताजनक है. इस मार्ग पर बैंक, होटल, दो मॉल और एक प्रसिद्ध होटल स्थित हैं, जहां रोज सैकड़ों लोग आते हैं. लेकिन, इन प्रतिष्ठानों के पास भी पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है. बैंक और मॉल के कर्मचारी भी अपनी बाइक सड़क पर ही खड़ी करते हैं. आम जनता भी सड़क पर वाहन पार्क करने को मजबूर है, जिससे इस क्षेत्र में भी हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. सुचारु यातायात व्यवस्था में सभी के लिए नियम हो एक समान समस्या का स्थायी समाधान तभी संभव है, जब बड़े प्रतिष्ठानों को पार्किंग सुविधा विकसित करने के लिए बाध्य किया जाए और प्रशासन द्वारा सभी के साथ समान रूप से कार्रवाई की जाए. केवल छोटे दुकानदारों पर कार्रवाई कर समस्या का हल नहीं निकलेगा. यदि शहर को सुचारू यातायात व्यवस्था देनी है, तो सभी के लिए नियम एक समान होने चाहिए. पार्किंग के लिए 10 स्थलों का चयन, जाम से मिल सकता है छुटकारा नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत पार्किंग सुविधा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दस स्थलों का चयन किया गया है. हाल ही में नगर परिषद द्वारा इन स्थानों के लिए डाक की प्रक्रिया पूरी की गयी. इसमें इच्छुक व्यक्तियों ने बोली लगाकर डाक प्राप्त किया. हालांकि, पटेल चौक से सब्जी मंडी मॉल तक चयनित पार्किंग स्थल पर दुकानों के लगे होने के कारण वाहन चालकों को अपने वाहन पार्क करने में कठिनाई हो रही है. खासकर मुर्गा और मांस की दुकानें इन स्थलों पर कब्जा किए हुए हैं, जिससे पार्किंग व्यवस्था बाधित हो रही है. इस समस्या के समाधान के लिए नगर परिषद के सीटी मैनेजर विरेश कुमार और डाक के लेसी के नेतृत्व में कार्रवाई की गयी. उन्होंने सभी दुकानदारों, विशेष रूप से मांस विक्रेताओं को समझाया कि वे अपनी दुकानें निर्धारित सरकारी हाट में स्थानांतरित करें. इसके साथ ही पार्किंग स्थल को व्यवस्थित करने के लिए बांस से बैरिकेडिंग कर दी गयी. इस दौरान मौके पर मौजूद कई दुकानदारों ने आपत्ति जताई और कहा कि इतनी जल्दी वे अपनी दुकानें कहां और कैसे ले जाएं. हालांकि प्रशासन ने स्पष्ट किया कि शहर में सुचारु यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम आवश्यक है.
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