साहिबगंज
सदर अस्पताल में इलाज कराने आये हड्डी रोग के दो मरीजों ने सोमवार सुबह करीब 10:30 बजे हंगामा किया. मरीजों का आरोप है कि हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ सचिन ने उनके साथ बदसलूकी की और इलाज करने से इनकार कर दिया. घटना की जानकारी मरीजों ने फोन के माध्यम से डीसी, सीएस और डीएस को दी. मदनशाही निवासी मूनतिसिर आलम ने आरोप लगाया कि वह अपने 15 वर्षीय बेटे मैरुद्दीन अंसारी को लेकर अस्पताल आए थे. वह छत से गिरने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसका हाथ टूट गया था. आपातकालीन वार्ड में मौजूद डॉ सचिन को दिखाने पर उन्होंने इलाज करने से इनकार कर दिया. कहा कि शुक्रवार को प्लास्टर किया जायेगा. पीड़ित का कहना है कि बार-बार आग्रह करने पर भी डॉक्टर ने कोई कदम नहीं उठाया और पर्चा फेंककर दूसरे कमरे में चले गये. इसके बाद मूनतिसिर आलम ने सिविल सर्जन को घटना की सूचना दी. सूचना मिलने पर सिविल सर्जन डॉ रामदेव पासवान और डीएस डॉ देवेश कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने परिजनों से बात कर मामला शांत कराया. इस दौरान डीएस ने वहीं बैठकर पीड़ित का बयान लिया और प्राथमिक उपचार शुरू करवाया. भाजपा नेता सत्य प्रकाश सिंह ने भी आरोप लगाया कि अपनी मां का इलाज कराने पहुंचे थे, लेकिन डॉक्टर ने देखने से मना कर दिया और अपशब्द कहे. सिविल सर्जन ने कहा कि डॉ सचिन पर लगे आरोपों की जांच कर कार्रवाई की जायेगी. वहीं डॉ सचिन का कहना है कि वह दूसरे मरीज को देख रहे थे, उन्होंने किसी का पर्चा नहीं फेंका. बाद में बच्चे की जांच कर इलाज किया गया. उनके अनुसार लगाये गये सभी आरोप बेबुनियाद हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

