हाल के दिनों में झारखंड में कथित रूप से सिमडेगा में भूख से हुई मौत की खबर मीडिया की सुर्खी बनी. हाल में गिरिडीह में एक ऐसा मामला (जिन्हें प्रशासन खारिज करता रहा है)आया. वहीं दूसरी आेर इसी राज्य में एक शख्स ऐसा भी है जो अपनी भूख मिटाने के लिए मिट्टी खाने को लेकर मीडिया में चर्चा में आ गया है.
जी हां, झारखंड के साहेबगंज जिले के रहनेवाले कारू पासवान की उम्र 100 साल है और वह 11 साल की उम्र से मिट्टी खाकर जिंदा हैं. कारू पिछले 89 साल से कीचड़-मिट्टी खाते आ रहे हैं और अब यह उनकी आदत में शामिल हो गया है.उनकीऐसी लतहाेगयी है कि अब वह कीचड़-मिट्टी खाये बिना जिंदा नहीं रह सकते.
कारू बताते हैं कि उन्होंने मिट्टी खाने की शुरुआत 11 साल की उम्र में कर दी थी. वह कहते हैं कि तब गरीबी के चलते पेट भरने के लिए उन्हें खाना नहीं मिलता था और तब वह मिट्टी खाकर अपनी भूख शांत किया करते थे. धीरे-धीरे उन्हें इसकी आदत लग गयी.
100-year-old Karu Paswan from #Jharkhand's Sahebganj claims he can't survive without eating mud, says 'started eating it when I was 11 years old due to poverty but later it became a daily routine' pic.twitter.com/NPrrihaNiy
— ANI (@ANI) January 19, 2018
समाचार एजेंसी एएनआइ की तस्वीरों में कारू पासवान के पास मिट्टी के कुछ खाली बर्तन और कुछ सूखी मिट्टी भी रखी हुई नजर आ रही है. जब भी उन्हें भूख लगती है, कारू इसे खा लेते हैं.
बताते चलें कि राज्य में समय-समय पर भूख के चलते होने वाली मौतों पर राजनीतिक बहस चलती है. पिछले साल अक्तूबर महीने में सिमडेगा जिले के 11 साल की एक बच्चीसंतोषी की मौत भूख से हो गयी थी.
तब उक्त बच्ची की मां कोयली देवी ने कहा था, आधार कार्ड न होने के चलते उन्हें पीडीएस डीलर ने राशन देने से इनकार कर दिया था. यह बात दीगर है कि प्रशासन हर बार भुखमरी से होने वाली मौतों को खारिज करता है.