रांची. जलवायु परिवर्तन का जेंडर पर प्रभावों को लेकर प्रशिक्षण मॉड्यूल का लोकार्पण सोमवार को बीएनआर चाणक्य में हुआ. इस कार्यक्रम का आयोजन असर, जेएसएलपीएस व सिनी की ओर से किया गया था. मौके पर मुख्य अतिथि मंत्री दीपिका पांडे ने कहा कि जलवायु परिवर्तन एक बड़ा मुद्दा है. महिलाएं इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं. यह खुशी की बात है कि इस मुद्दे को लेकर जागरूकता कार्यक्रमों में उनकी भूमिका एक चेंजमेकर की तरह है. जलवायु परिवर्तन से जुड़े प्रभावों से निबटने में महिलाओं की अहम भूमिका है. जेएसएलपीएस से जुड़ी बहनें गांव के लोगों तक इस संबंध में जागरूकता फैलाने में योगदान दे रही हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा में भी इस मुद्दे पर चर्चा होगी. आइएफएस रवि रंजन ने इस मौके पर कहा कि जलवायु परिवर्तन को जेंडर के नजरिये से देखकर प्रशिक्षण मॉड्यूल बनाने की पहल अच्छी है. जलवायु परिवर्तन के नतीजे हम सभी देख रहे हैं. आनेवाले समय में गढ़वा, पलामू और चतरा जैसे स्थानों में इसका सबसे ज्यादा असर पड़ने से संबंधित बातें सामने आ रही हैं. असर की निदेशक नेहा सैगल ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से खाद्य सुरक्षा पर असर पड़ा है. सिनी की तन्वी झा और जेएसएलपीएस की सीइओ अनन्या मित्तल ने भी इनसे जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी दी. कार्यक्रम में छात्राओं ने ओड़िशी नृत्य के माध्यम से जलवायु परिवर्तन से जुड़े प्रभावों का मंचन किया.
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