प्रतिनिधि, खलारी.
तुमांग ढूब पेटपेट के रैयत विस्थापित की बैठक रविवार को हुई. जिसकी अध्यक्षता रामेश्वर भोगता ने की. बैठक में रोहिणी परियोजना के द्वारा खदान विस्तारीकरण में ढूब बस्ती के विस्थापन, घरों के मुआवजा तथा खदान में हेवी ब्लास्टिंग को लेकर चर्चा की गयी. ग्रामीणों ने कहा कि खदान विस्तारीकरण को लेकर रोहिणी प्रबंधन ने मापी की गयी सभी घरों के मालिकों को मुआवजा देने के लिए शपथ पत्र जमा करने का निर्देश दिया है. जिस पर ग्रामीणों ने आपत्ति जतायी है. कहा कि प्रबंधन के द्वारा अभी तक ग्रामीणों के पुनर्वास स्थल को लेकर कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं मिला है. जिससे सभी ग्रामीण आक्रोशित हैं. खदान में प्रतिदिन हेवी ब्लास्टिंग की जा रही है. जिससे घरों के क्षतिग्रस्त होने का खतरा मंडरा रहा है. ग्रामीणों ने कहा जब तक प्रबंधन पुनर्वास स्थल को लेकर कोई सकारात्मक पहल धरातल पर नहीं करता है, तब तक कोई भी ग्रामीण शपथ पत्र जमा नहीं करेंगे. रमेशर भोगता ने कहा कि ग्रामीण भी प्रबंधन के झूठे आश्वासन पर नहीं मानेंगे और प्रबंधन के द्वारा पुनर्वास स्थल के मामले में उदासीनता के कारण ग्रामीण आक्रोशित हैं. साथ ही कोई पहल नहीं किया गया तो ग्रामीण खदान बंद कराने को विवश होंगे. जिसकी जिम्मेवारी रोहिणी प्रबंधन की होगी. संचालन उमेश लोहरा ने की. बैठक में बहुरा मुंडा, मुकद्दर लोहरा, लहसन भोगता, राजेंद्र भोगता, सूरज लोहरा, सोनू लोहरा, मंतोष गंझू, राजू लोहरा, मुरारी मेहता, संतोष मेहता, कृष्णा गंझू, विजय भोगता, मनोज भोगता, जगमोहन भगत, एतवारिया देवी, मंजू देवी, रूबी देवी, सीमा देवी मंजू देवी, बसंती देवी, पारो देवी, शांति देवी, जतरी देवी, अनिता देवी, चरकी देवी, फूलकुमारी देवी, झुबरी देवी, रूपा देवी, सीता देवी, लेदवा भोगता, बिरजा भोगता, पुसना भोगता, कलपू लोहरा, रवि गंझू, टिक्सर गंझू, संतोष गंझू आदि उपस्थित थे.21 खलारी 02 : बैठक करते रैयत विस्थापित.
मांगों पर पहल नहीं की गयी तो ग्रामीणों ने खदान बंद कराने की दी चेतावनी
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