रांची (विशेष संवाददाता). रांची वीमेंस कॉलेज एनएसएस के तत्वावधान में चल रहे पर्यावरण संरक्षण पखवाड़ा के तहत शुक्रवार को छात्राओं के बीच वीडियो मेकिंग और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. छात्रों को पर्यावरणीय समस्याओं एवं उनके संभावित समाधानों पर अपने विचार अभिव्यक्त करने का अवसर प्रदान किया गया.
भाषण प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन, जल संकट, प्लास्टिक प्रदूषण, जैव विविधता का ह्रास, वायु प्रदूषण और शहरीकरण जैसी ज्वलंत समस्याओं पर अपने वक्तव्यों के माध्यम से ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने इन समस्याओं के कारणों, प्रभावों और समाधान के लिए व्यक्तिगत, सामाजिक एवं शासकीय स्तर पर उठाये जाने वाले कदमों का उल्लेख किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डॉ सुप्रिया ने किया. संयोजन एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कुमारी उर्वशी, डॉ भारती सिंह व डॉ हर्षिता सिन्हा ने किया. 31 मई को नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जायेगा.रांची वीमेंस कॉलेज की छात्राओं ने सीखी मशरूम उत्पादन करने की विधि
रांची. रांची वीमेंस कॉलेज प्लेसमेंट एवं प्रशिक्षण केंद्र के तत्वावधान में जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा छात्राओं के लिए मशरूम की खेती करने की विधि की ट्रेनिंग दी गयी. प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट सेल की समन्वयक डॉ रोहिता विकास के निर्देशन में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मशरूम वेली प्राइवेट लिमिटेड, पनकी, पलामू (झारखंड) के विशेषज्ञ शाामिल हुए. छात्राओं को पिंक ऑयस्टर मशरूम की खेती की तकनीक से परिचित कराया गया. यह मशरूम अपनी उच्च पोषण गुणवत्ता जैसे कि उच्च प्रोटीन, फाइबर, कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स, एंटीऑक्सीडेंट एवं कैंसर रोधी गुणों के लिए जानी जाती है. कार्यक्रम की वैज्ञानिक एवं तकनीकी गंभीरता को सुनिश्चित करने में साइंस ब्लॉक प्रोफेसर इंचार्ज डॉ कुमारी स्वर्णिम तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग की समन्वयक डॉ रीना भदानी की प्रमुख भूमिका रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है