प्रतिनिधि, पिपरवार. बचरा चार नंबर चौक पर लाखो रुपये खर्च कर बनाये गये सब्जी मंडी से व्यापारियों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है. रख-रखाव के अभाव में सब्जी मंडी की हालत जर्जर है. मंडी को लोगों ने कूड़ादान बना दिया है. मंडी में कचरे का भंडार जमा हो गया है. जानकारी के अनुसार व्यापारियों द्वारा सड़क किनारे दुकान लगाने से मंडी में सन्नाटा पसरा रहता है. इसका फायदा उठा कर मंडी में असामाजिक तत्व अड्डेबाजी करते हैं. शाम होते ही यहां शराबियों का आना-जाना शुरू हो जाता है. इधर, सड़क पर सब्जी बाजार लगने से हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. सब्जी खरीदने वाले सड़क पर बाइक खड़ी कर देते हैं. जिससे आवागमन की समस्या बनी रहती है. स्थायी व्यापारी मंडी में ही बैठना चाहते हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों से आनेवाले किसान मंडी में नहीं बैठना चाहते हैं. वे हमेशा सड़क किनारे टोकरी रख कर दुकान लगा देते हैं. इसका प्रभाव स्थायी व्यापारियों की बिक्री पर पड़ता है. इसलिए विवश होकर वे भी उनके साथ सड़क पर दुकान लगाते हैं. जानकारी के अनुसार व्यापारियों को कई बार मंडी में लाने का प्रयास किया गया. लेकिन थोड़े दिनों बाद सब्जी विक्रेता फिर से सड़क पर आ जाते हैं.
मंडी की जगह सड़क किनारे लग रही हैं दुकानें
आवागमन में परेशानी व दुर्घटना की आशंकाB
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है