Vande Mataram 150 Years, रांची : राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने पर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. इसे लेकर झारखंड में भी शुक्रवार को कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने इस ऐतिहासिक अवसर पर कहा कि वंदे मातरम मातृभूमि के प्रति अटूट प्रेम, समर्पण और राष्ट्रभक्ति की भावना का प्रतीक है.
वंदे मातरम’ के 150 साल पूरे होने पर क्या लिखा राज्यपाल ने
राज्यपाल ने अपने एक्स हैंडल ‘एक्स’ पर शुभकामनाएं देते हुए लिखा, “यह अमर गीत मातृभूमि के प्रति अटूट प्रेम, समर्पण और राष्ट्रभक्ति की भावना का प्रतीक है. इसकी पंक्तियां सदैव हमारे हृदय में देशप्रेम की ज्योति प्रज्वलित करती रहेंगी.”
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बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने 7 नवंबर को की थी वंदे मातरम की रचना
बता दें कि बंगाली उपन्यासकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने सात नवंबर 1875 को अक्षय नवमी के अवसर पर वंदे मातरम की रचना की थी. आज यह गीत देश की आत्मा की आवाज बन चुका है.
भाजपा ने भी मनाया कार्यक्रम
रांची स्थित भाजपा प्रदेश मुख्यालय में वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ मनायी गयी. कार्यक्रम में विधायक सीपी सिंह, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विकास प्रीतम, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष यदुनाथ पांडे समेत वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे. कार्यक्रम के दौरान वंदे मातरम का सामूहिक गायन किया गया. इस अवसर पर विधायक सीपी सिंह ने कहा, “वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं, यह भारत की आत्मा की आवाज है. इसने पीढ़ियों को राष्ट्र सेवा के संकल्प से जोड़ा है.” वहीं, भाजपा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य साहू भी घाटशिला में आयोजित उत्सव में शामिल हुए और लोगों के साथ इस ऐतिहासिक दिन को मनाया.
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