रांची . सुखदेवनगर पुलिस ने चिल्ड्रेन बैंक का 500 नोट का 42 बंडल नोट मिले, एक बंडल में 350 पीस नोट थे. उसके साथ मो सबीर उर्फ राजा तथा साहिल कुमार उर्फ करण को पकड़ा था. उनलोगों ने पुलिस को बताया कि इस गिरोह का सरगना नीरज कुमार है. वह इन रुपयों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से ग्राहकों को भेजता था. एक लाख का नोट भेजने पर उसे 40-50 हजार रुपये असली नोट मिलते थे. उसके लिए वह अपने एजेंट रखा हुआ है. एजेंटों को 20-30 प्रतिशत कमीशन देता है. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से उसके पास ग्राहक कितना नोट चाहिए वे बताते हैं, उसके बाद नीरज कुमार अपने एजेंट के माध्यम से नोट उन तक पहुंचा देता है. उनलोगों ने पुलिस को बताया कि नकली नोट का प्रयोग व्यवसायियों को चूना लगाने में भी किया जाता है. कई व्यवसायी अपना काला धन को खपाने के लिए नीरज कुमार को बोलते हैं. नीरज कुमार व्यवसायियों ऊपर और नीचे चार-पांच असली व उसके अंदर नकली नोट देकर भेज देता है. चूंकि काला धन का मामला होता है, इसलिए कहीं भी केस मुकदमा नहीं किया जाता है. इतना ही नहीं रिश्वत के लिए रुपये देने के दौरान भी इस नोट का प्रयोग किया जाता है. पुलिस इसे नकली नोट मान रही है. गौरतलब है कि चंद्रलोक बस से चिल्ड्रेन नोट का बंडल आया था. चंद्रलोक बस के बुकर को इस मामले में गवाह बनाया गया है.
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